Antibiotics And Your Immunity: क्या एंटीबायोटिक्स आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को कर सकते हैं कमजोर? दवाइयों के सेवन के बाद ऐसे अपनी इम्यूनिटी की करें रक्षा
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: File Image)

Do Antibiotics Really Weaken Your Immunity: छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्या (Health Problems) हो जाने पर अधिकांश लोग एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) का सेवन करते हैं. इससे उन्हें अपनी स्वास्थ्य समस्या से कुछ देर के लिए राहत तो मिल जाती है, लेकिन इसका सेहत और शरीर के इम्यून सिस्टम (Immune System) पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. इस तरह की दवाओं के अनावश्यक या अधिक मात्रा में उपयोग करने से हमारे पेट का स्वास्थ्य (Gut Health) बाधित हो सकता है. हालांकि ये दवाएं बहुत सारी बीमारियों को ठीक कर सकती हैं, लेकिन जब आप इनका दुरुपयोग करते हैं तो वे सूक्ष्म जीवाणुओं (Microbiome) के स्वास्थ्य और आंत के बैक्टीरिया के संतुलन को बाधित कर सकते हैं. दरअसल, जब एंटीबायोटिक्स हानिकारक बैक्टीरिया के विकास को धीमा करने का काम करते हैं तो वे अच्छे बैक्टीरिया के संतुलन को भी बिगाड़ सकते हैं. एंटीबायोटिक्स का प्रभाव महीनों तक रह सकता है और ये आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी प्रभावित कर सकता है.

क्या आपके पेट का स्वास्थ्य इम्यूनिटी को प्रभावित करता है?

हमारी प्रतिरक्षा क्षमता का लगभग 70 से 80 फीसदी हिस्सा हमारी आंत यानी गट में मौजूद होता है. पेट की स्वस्थ स्थिति में बदलने वाली कोई भी चीज इसके कार्य को प्रभावित कर सकती है. एंटीबायोटिक दवाओं का अधिक सेवन सूक्ष्म जीवाणुओं की विशाल चौड़ाई को मार सकता है

एंटीबायोटिक्स के सेवन के बाद कैसे करें इम्यूनिटी की रक्षा?

प्रोबायोटिक सप्लीमेंट लें

एक प्रोबायोटिक सप्लीमेंट पेट के बैक्टीरिया को फिर से भरने में मदद कर सकता है. इसके अलावा सुनिश्चित करें कि आपका आहार एंटीबायोटिक दवाओं के कोर्स को पूरा करने के बाद फर्मेंटेड खाद्य पदार्थों और दही जैसे स्वस्थ प्रोबायोटिक्क से समृद्ध हो. यह भी पढ़ें: AYUSH Immunity Boosting Kadha: जानें इम्यूनिटी बढ़ाने वाले आयुष काढ़े को घर पर बनाने की आसान विधि

प्रोसेस्ड फूड को कहें ना

प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों का सेवन आपके गट हेल्थ को प्रभावित कर सकता है. प्रसंस्कृत स्नैक्स और चिप्स की जगह ताजे फलों और सब्जियों का सेवन करें. इससे आपके पेट के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिलती है.

सक्रिय रहना है जरूरी

योग और व्यायाम के जरिए शारीरिक रूप से सक्रिय रहकर आप सिर्फ अपने पेट ही नहीं, बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं. हल्के-फुल्के व्यायाम से तनाव को कम करने में मदद मिलती है, जिससे पेट के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर बनी रहती है.

बहरहाल, अगर आप यूटीआई, गले की समस्या या किसी अन्य संक्रमण से पीड़ित हैं तो आपको आमतौर पर लगभग एक हफ्ते में एंटीबायोटिक दवाओं के सेवन से राहत मिलगी, इसलिए हमेशा कोर्स पूरा करें. इन दवाइयों के सेवन के साथ अपनी इम्यूनिटी की रक्षा करने के लिए बताई गई इन बातों का पालन अवश्य करें.