
प्रयागराज: महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की संख्या हर दिन नया रिकॉर्ड बना रही है. शनिवार सुबह 6 बजे तक प्रयागराज रेलवे स्टेशन से 2.79 लाख यात्रियों ने ट्रेन से यात्रा की, जिससे स्टेशन पर जबरदस्त भीड़ देखी गई. भारतीय रेलवे के अनुसार, शुक्रवार (14 फरवरी) को 328 ट्रेनों के माध्यम से 10.47 लाख यात्रियों ने प्रयागराज से यात्रा की. यह आंकड़े दर्शाते हैं कि इस महापर्व में लोगों की आस्था किस कदर उमड़ रही है.
Mahakumbh 2025: महाकुंभ के लिए दिल्ली समेत इन रूट्स पर चलेगी वंदे भारत स्पेशल, देखें शेड्यूल.
इस बीच, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में अपनी यात्रा को अपने लिए एक भावनात्मक क्षण बताया. ANI से बात करते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम भारत की सामूहिक भावना का उदाहरण है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "यह वास्तव में एक भावनात्मक क्षण है. मैं महाकुंभ में जाने का अवसर पाकर खुद को धन्य महसूस कर रहा हूं. यह भारत की सामूहिक भावना का आदर्श उदाहरण है. भारत और विदेश से 50 करोड़ से अधिक लोगों ने महाकुंभ में भाग लिया है, जो भारत की बढ़ती शक्ति को दर्शाता है."
ब्रिटिश रॉक बैंड कोल्डप्ले के महाकुंभ दौरे को याद करते हुए उन्होंने कहा, "मैं बेल्जियम में था, जब मुझे सूचना मिली कि कोल्डप्ले के क्रिस मार्टिन महाकुंभ आना चाहते हैं. मैंने मुख्यमंत्री से संपर्क किया और उनके दौरे की व्यवस्था की. इस अनूठे आयोजन का अनुभव पाकर वे रोमांचित हो गए. इससे दुनिया और देश को 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' का संदेश जाएगा."
प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर जबरदस्त भीड़
रेलवे प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं. अलग-अलग दिशाओं में जाने वाली ट्रेनों की संख्या बढ़ाई गई है. स्टेशन पर यात्रियों के लिए हेल्पडेस्क, मेडिकल सुविधा और सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है.
त्रिवेणी संगम में रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं का स्नान
शनिवार सुबह 9 बजे तक 3.324 करोड़ श्रद्धालु पवित्र त्रिवेणी संगम में डुबकी लगा चुके थे. त्रिवेणी संगम में स्नान का विशेष महत्व है, क्योंकि यहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों का संगम होता है. माना जाता है कि इस पवित्र स्नान से सभी पापों का नाश हो जाता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. महाकुंभ में इस बार लाखों विदेशी पर्यटक भी शामिल हो रहे हैं, जिससे यह आयोजन वैश्विक स्तर पर भारतीय संस्कृति की पहचान बना रहा है.
महाकुंभ 2025 एक ऐतिहासिक और भव्य आयोजन बन चुका है, जहां करोड़ों श्रद्धालु पुण्य लाभ अर्जित करने के लिए उमड़ रहे हैं. रेलवे और प्रशासन इस अविश्वसनीय भीड़ को संभालने के लिए चौकसी बरत रहा है.