Fact Check: यूपी वाले बाबा बहुत निर्मोही हैं...राजस्थान के VIDEO को प्रयागराज का बताकर किया वायरल, पुलिस ने किया खंडन

Fact Check: सोशल मीडिया पर पुलिस की कार्रवाई का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे प्रयागराज में हुए हालिया दंगों से जोड़कर देखा जा रहा है. कुछ 'एक्स' यूजर इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं के हंगामे के बाद सीएम योगी की पुलिस ने उन्हें सबक सिखाया है. लेकिन वायरल वीडियो की पड़ताल में सच्चाई कुछ और ही निकली. उत्तर प्रदेश पुलिस ने खुद साफ किया है कि ये वीडियो प्रयागराज का नहीं, बल्कि राजस्थान के बारां जिले के किशनगंज थाना क्षेत्र का है.

प्रयागराज पुलिस ने भी इस वीडियो को फर्जी बताते हुए कहा कि उनके जिले में इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है. वीडियो राजस्थान का है और जून 2025 में वहां की पुलिस ने स्थानीय स्तर पर कार्रवाई की थी.

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वायरल वीडियो का सच आया सामने

प्रयागराज नहीं बल्कि राजस्थान का निकला मामला

गलत अफवाह फैलाने की कोशिश

दरअसल, वीडियो में कुछ लोगों को पुलिस घेरे में ले जाती दिख रही है. कई अकाउंट्स ने दावा किया कि ये उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था से जुड़ा मामला है. एक्स यूजर @MeghUpdatesने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ''देखिए उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कानून व्यवस्था को अपने हाथ में लेने के लिए उकसाए जाने के बाद उत्पात मचाने वाले नीले गुंडों के साथ बाबा की पुलिस ने क्या किया है. कहां है सरगना?''

एक्स यूजर @TyagiGAdvocate ने लिखा, ''यूपी वाले बाबा बहुत निर्मोही हैं. देखिए बाबा की पुलिस ने प्रयागराज के दंगाइयों का क्या हाल कर दिया.''

 

फर्जी वीडियो का खंडन किया

लेकिन यूपी पुलिस के आधिकारिक फैक्ट चेक हैंडल @UPPViralCheck ने एक पोस्ट जारी कर बताया कि यह दावा पूरी तरह गलत है. पुलिस कमिश्नरेट प्रयागराज ने 'एक्स' पर बताया, ''यह मामला राजस्थान के बारां में दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में पेट्रोल पंप लूटने की योजना बना रहे बदमाशों की गिरफ्तारी से जुड़ा है. सोशल मीडिया पर उक्त भ्रामक सूचना फैलाकर प्रयागराज पुलिस की छवि धूमिल की जा रही है. इस कृत्य के लिए मुकदमा दर्ज करने पर विचार किया जा सकता है.;;

पुलिस की अपील है कि सोशल मीडिया पर कुछ भी शेयर करने से पहले उसकी सच्चाई जांचें. अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जा सकती है. अगर आपको कोई संदिग्ध वीडियो या पोस्ट मिले, तो उसे पुलिस के फैक्ट चेक हैंडल पर रिपोर्ट करें.