
Quit India Movement 2020: हमारी खुशनसीबी है कि आज हम आज़ाद हिंदुस्तान (Azad Hindustan) में सांस ले रहे हैं. लेकिन उसकी वजह इस मुल्क में स्वाधीनता सेनानियों के संघर्ष क्रांतिकारियों की शहादत से लेकर हर वर्ग और मजहब के व्यक्ति द्वारा किया गया बलिदान है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता. आज हम उस ऐतिहासिक दिन को याद कर रहे हैं जिस पर भारत के स्वतंत्रता संग्राम की नींव रखी गई थी. 8 अगस्त को ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ (Quit India Movement) की शुरुआत की गई थी. शायद भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन का यह सबसे सरल और सबसे शक्तिशाली नारा था, 'भारत छोड़ो' या 'क्विट इंडिया'. यह वह आदेश था जो महात्मा गाँधी (Mahatma Gandhi) ने 77 साल पहले भारत पर हुकुमत करने वाले ब्रिटिश शासकों को दिया था.
उस समय देश की जनता को बापू ने 'करो या मरो' और 'डू और डाई' का नारा दिया. महात्मा गांधी के इसी आह्वान पर भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक शानदार अध्याय लिखा गया. भारत छोड़ो आंदोलन 9 अगस्त, 1942 को शुरू हुआ और लगातार पांच वर्षों तक जारी रहा और अंत में अंग्रेजों के भारत छोड़ने के साथ ही इस आंदोलन की समाप्ति हुई.
भारत छोड़ो आंदोलन प्रस्ताव
भारत छोड़ो आंदोलन का प्रस्ताव पारित हुआ और तय हो गया कि अब अंग्रेजों की गुलामी से मुल्क को आजाद करा कर रहेंगे. इस प्रस्ताव ने देश की स्वतंत्रता के लिए व्यापक पैमाने पर अहिंसक आंदोलन शुरू करने को मंजूरी दी. इस प्रस्ताव के पार%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%95+%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%A8+%E0%A4%B0%E0%A4%B9%E0%A4%BE+%E0%A4%A5%E0%A4%BE+%278+%E0%A4%85%E0%A4%97%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A4%27%2C+%E0%A4%97%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%A7%E0%A5%80+%E0%A4%9C%E0%A5%80+%E0%A4%A8%E0%A5%87+%E0%A4%9B%E0%A5%87%E0%A4%A1%E0%A4%BC%E0%A4%BE+%E0%A4%A5%E0%A4%BE+%27%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4+%E0%A4%9B%E0%A5%8B%E0%A4%A1%E0%A4%BC%E0%A5%8B+%E0%A4%86%E0%A4%82%E0%A4%A6%E0%A5%8B%E0%A4%B2%E0%A4%A8%27', 900, 500);" href="javascript:void(0);" title="Share on Facebook">