Wrestling Federation of India: डीसीडब्ल्यू ने डब्ल्यूएफआई प्रमुख पर यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर खेल मंत्रालय को भेजा नोटिस
Delhi Women's Commission

नई दिल्ली, 18 जनवरी : दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने ओलंपियन पहलवानों द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह और कोचों के खिलाफ लगाए गए यौन आरोपों के मामले की जांच के लिए खेल मंत्रालय और पुलिस को नोटिस जारी किया है. ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक के साथ विनेश फोगट और अन्य भारतीय पहलवान बुधवार को जंतर मंतर पर डब्ल्यूएफआई के खिलाफ धरने पर बैठे.

डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कहा- देश का नाम रोशन करने वाले ओलंपियन रेसलर साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया आज विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. उनका कहना है कि डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष और कोच खिलाड़ियों का यौन शोषण करते हैं. खेल मंत्रालय और पुलिस को मामले की जांच के लिए नोटिस जारी किया है. यह भी पढ़ें : Wrestling Federation of India: यौन उत्पीड़न के आरोप पर जवाब देने के लिए खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ को 72 घंटे का दिया समय

नोटिस में कहा गया है- दिल्ली महिला आयोग ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और कुछ कुश्ती प्रशिक्षकों के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की मीडिया रिपोर्टों पर स्वत: संज्ञान लिया है. रिपोर्टो के अनुसार, भारत की प्रसिद्ध महिला ओलंपिक पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष और कुछ कोचों पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है. यह बहुत ही गंभीर मामला है.

आयोग ने महिला पहलवानों द्वारा कोचों और डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ की गई शिकायतों की प्रति और उन पर की गई कार्रवाई की जानकारी मांगी है. डीसीडब्ल्यू ने 21 जनवरी तक पुलिस से प्राथमिकी की प्रति, गिरफ्तार आरोपियों का विवरण और मामले में की गई कार्रवाई रिपोर्ट भी मांगी है. डीसीडब्ल्यू ने युवा मामले और खेल मंत्रालय को नोटिस जारी कर महिला पहलवानों द्वारा कोचों और डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ की गई शिकायतों के साथ-साथ उन पर की गई कार्रवाई का ब्योरा मांगा है.

आयोग ने भारतीय कुश्ती महासंघ द्वारा गठित आंतरिक शिकायत समिति का विवरण भी मांगा है. खेल मंत्रालय को भेजे नोटिस में कहा गया है, यदि कोई आंतरिक शिकायत समिति गठित नहीं की गई है, तो कृपया इसके कारण बताएं. क्या कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न के मामले को आंतरिक शिकायत समिति और स्थानीय शिकायत समिति को अग्रेषित किया गया है. यदि मामला उन समितियों को अग्रेषित नहीं किया गया है, तो कृपया इसके कारण बताएं. डीसीडब्ल्यू ने इस मामले में महिला पहलवानों द्वारा 21 जनवरी तक लगाए गए आरोपों को लेकर आरोपी कोचों और डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ की गई कार्रवाई का ब्योरा मांगा है.