
Myanmar Earthquake: म्यांमार में शुक्रवार, 28 मार्च 2025 को आए 7.7 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप के बाद लगातार झटके महसूस हो रहे हैं, जिससे तबाही मच गई है. शुक्रवार रात 11:56 बजे (स्थानीय समय) रिक्टर स्केल पर 4.2 तीव्रता का दूसर भूकंप आया. वहीं, शनिवार को म्यांमार में 5.1 तीव्रता का एक और भूकंप महसूस किया गया, जो नेप्यीडॉ (Naypyidaw) के पास आया. एक के बाद एक आ रहे इन भूकंपों के झटकों से म्यांमार में लोग डरे और सहमे हुए हैं.
मुसीबत की घड़ी में भारत ने बढ़ाया मदद का हाथ
मुसीबत की इस घड़ी में भारत सरकार ने मदद का हाथ बढ़ाया है। भारत सरकार ने म्यांमार को राहत सामग्री भेजी है, जिसमें टेंट, स्लीपिंग बैग, कंबल, तैयार भोजन, वाटर प्यूरीफायर, सैनिटेशन किट, सोलर लैंप, जनरेटर सेट और आवश्यक दवाएं शामिल हैं.संयुक्त राष्ट्र ने भी म्यांमार में राहत और बचाव कार्यों के लिए 5 मिलियन डॉलर की सहायता राशि प्रदान की है. यह भी पढ़े: Myanmar Earthquake: म्यांमार में शक्तिशाली भूंकप, बैंकॉक में भी कांपी धरती
पीएम मोदी ने म्यांमार के वरिष्ठ जनरल से की बात
एक्स पर एक पोस्ट में मोदी ने कहा, "म्यांमार के वरिष्ठ जनरल महामहिम मिन आंग ह्लाइंग से बात की. विनाशकारी भूकंप में हुई मौतों पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की. एक करीबी दोस्त और पड़ोसी के रूप में, भारत इस मुश्किल घड़ी में म्यांमार के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है. ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत आपदा राहत सामग्री, मानवीय सहायता, खोज और बचाव दल को प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से भेजा जा रहा है.
म्यांमार में पहला भूकंप शुक्रवार 7.7 तीव्रता के साथ आया
म्यांमार में शुक्रवार दोपहर को 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिसके बाद परिवहन और संचार नेटवर्क में भारी दिक्कतें आईं, फिर भी बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं. सागाइंग के पास आए इस भूकंप के बाद 2.8 से 7.5 तीव्रता के 12 झटके महसूस किए गए, जिससे प्रभावित इलाकों में हालात और खराब हो गए.
प्रभावित इलाके
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, तबाही बहुत बड़ी है और मांडले, बागो, मैगवे, उत्तर-पूर्वी शान राज्य, सागाइंग और ने-पी-ताव सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके हैं.
म्यांमार में राष्ट्रीय आपातकाल घोषित
म्यांमार सरकार ने राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर दिया है, क्योंकि आपातकालीन प्रतिक्रिया दल जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए निरंतर काम कर रहे हैं.