लखनऊ:- उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की 12 सीटों पर चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. निर्वाचन आयोग ने घोषणा करते हुए बताया है कि 12 सीटों पर चुनाव के लिए 11 जनवरी से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी. वहीं, 28 जनवरी को सुबह 9 बजे चुनाव के लिए मतदान होगा. जो शाम चार बजे तो होगी. उसके बाद चुनाव के परिणाम भी 28 जनवरी की शाम तक घोषित हो जाएंगे. विधान परिषद के 12 सदस्यों का कार्यकाल 30 जनवरी को पूरा हो रहा है. चुनाव के ऐलान के बाद सियासी पार्टियों में सरगर्मी तेज हो गई है. इसी कड़ी में बीजेपी की दफ्तर में एक बैठक हुई. जहां पर संभावित विधायकों के नाम पर चर्चा की गई. वैसे भी देखा जाए तो विधान परिषद चुनाव बीजेपी का पलड़ा भारी है, क्योंकि उनके पास विधायकों की संख्या सबसे अधिक है.
बता दें कि 30 जनवरी को विधान परिषद की ये 11 सीटें खाली हो जाएंगी, जबकि एक नसीमुद्दीन सिद्दीकी की पहले से सीट खाली है. उन्हें डिस्कवॉलिफाई किया गया था. अगर आंकड़ो पर नजर डालें तो इस वक्त समाजवादी पार्टी (SP) के पास कुल 6 सीटें हैं. जबकि सत्तारूढ़ बीजेपी (BJP) के पास तीन सीट हैं. वहीं, मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी (BSP) के पास दो सीटें हैं. तीनों पार्टियों के पास कुल 11 सीटें हैं. Bihar: कांग्रेस पर मंडरा रहा है टूट का खतरा, 11 विधायक छोड़ सकते हैं पार्टी.
गौरतलब हो कि यूपी विधान परिषद में 100 सदस्य हैं. इसमें बहुमत के लिए 51 का आंकड़ा चाहिए. विधानसभा सदस्यों की संख्या बल के आधार पर भाजपा इनमें से 9 या 10 सीटें जीत सकती है. जिन सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है उनमें उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, विधान परिषद के सभापति रमेश यादव और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह प्रमुख हैं.