World Hepatitis Day 2025: क्या हेपेटाइटिस जानलेवा बीमारी है? जानें इसका महत्व, इतिहास एवं लक्षण इत्यादि!

  प्रत्येक वर्ष 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया जाता है, जिसका विशेष उद्देश्य हेपेटाइटिस के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इससे निपटने के लिए वैश्विक प्रयासों को बढ़ावा देना हैहेपेटाइटिस वस्तुतः यकृत से संबंधित रोग है, जो हेपेटाइटिस वायरस के कारण होता हैअगर सही समय पर इसका निदान और उपचार कर लिया जाए, तो इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है, वरना लापरवाही जानलेवा भी हो सकती है. विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर आइये जानते हैं, इसके, महत्व, इतिहास, हेपेटाइटिस के लक्षण और इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में..

विश्व हेपेटाइटिस दिवस का महत्व

  चिकित्सकों के अनुसार हेपेटाइटिस एक साइलेंट किलर है. इसके लक्षण अक्सर देर से दिखते हैं. इसलिए एक उम्र के पश्चात इसकी जांच कराते रहना चाहिए. इसके बारे में एक मिथक धारणा यह है कि यह लाइलाज है, लेकिन चिकित्सकों को मानना है कि हेपेटाइटिस को रोका जा सकता है. इसका इलाज संभव है. कुछ देशों में इस बीमारी को विशेष गंभीरता से नहीं लिया जाता, जबकि यह दिवस सरकार और संगठनों को सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन का लक्ष्य है कि साल 2030 तक हेपेटाइटिस को एक जनस्वास्थ्य संकट के रूप में समाप्त कर दिया जाए. यह भी पढ़ें : Nag Panchami & its Rituals 2025: भारत के विभिन्न अंचलों में नाग पंचमी के विविध रीति-रिवाज एवं परंपराएं!

क्या है हेपेटाइटिस?

हेपेटाइटिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर में सूजन आ जाती है. यह मुख्य रूप से पांच प्रकार (हेपेटाइटिस A, B, C, D और  E) के होते हैं.

हेपेटाइटिस (Hepatitis) A – यह दूषित भोजन और प्रदूषित पानी से फैलता है

हेपेटाइटिस (HepatitisB – खूनसुईयौन संबंध या जन्म के समय मां से बच्चे में

हेपेटाइटिस (Hepatitis) C – खून के जरिए फैलता है

हेपेटाइटिस (HepatitisD – केवल हेपेटाइटिस B के साथ ही होता है

हेपेटाइटिस (HepatitisE – दूषित पानी से फैलता है

विश्व हेपेटाइटिस दिवस का इतिहास

 विश्व हेपेटाइटिस दिवस 28 जुलाई को इसलिए मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन डॉक्टर बारुच सैमुअल ब्लमबर्ग का जन्म दिन है. उन्होंने ही हेपेटाइटिस B वायरस की खोज की थी, साथ ही उन्होंने इस पर वैक्सीन भी विकसित की. इस महान कार्य के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार भी मिल चुका है. साल 2010 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस दिन को आधिकारिक रूप से मान्यता दी.

हेपेटाइटिस के सामान्य लक्षण:

थकान (Fatigue)- निरंतर कमजोरी या बहुत ज्यादा थकान महसूस होना.

बुखार (Fever)- मामूली या बहुत तेज बुखार भी कारण हो सकता है.

भूख न लगना (Loss of appetite) खाना खाने का मन न करना या हर समय पेट भरा-भरा लगना.

पेट दर्द (Abdominal pain)- पेट के दाईं तरफ, ऊपर की ओर दर्द का बने रहना.

जी मिचलाना और उल्टी (Nausea and vomiting)हर वक्त उल्टी जैसा महसूस होना.

गहरे रंग का पेशाब (Dark urine)गहरे रंग का पेशाब होना भी एक कारण हो सकता है, लेकिन अन्य परिस्थितियों को देखते हुए इस पर सोचा जा सकता है.

हल्के रंग का मल (Pale colored stool)अकसर हलके रंग का मल होना

त्वचा और आंखों का पीला होना (Jaundice)जॉन्डिस यानी पीलिया, जिसमें आंखों एवं त्वचा का पीला दिखना.

जोड़ों में दर्द (Joint pain)हर वक्त जोड़ों में दर्द रहना, यह मुख्य रूप से

हेपेटाइटिस और की स्थिति में देखा जाता है.