शशि थरूर, शत्रुघ्न सिन्हा समेत ये 7 सांसद स्पीकर चुनाव में नहीं कर पाएंगे वोट, जानें कारण
Lok Sabha | PTI

नई दिल्ली: 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू हो चुका है. संसद सत्र की कार्यवाही का मंगलवार को दूसरा दिन था. दो दिन नवनिर्वाचित सांसदों को लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ दिलाई गई. पहले दिन 250 से ज्यादा नवनिर्वाचित सांसदों ने शपथ ग्रहण की. दूसरे दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, असदुद्दीन ओवैसी के अलावा कई नेताओं ने शपथ ली. लेकिन अभी भी 7 सांसदों ने शपथ ग्रहण नहीं की है. ये सांसद बुधवार को होने वाले स्पीकर के चुनाव में वोट नहीं डाल सकेंगे. इन सात सांसदों में इंडिया ब्लॉक के पांच सांसद शामिल हैं, जिससे विपक्ष को लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव में झटका लग सकता है.

मिली जानकारी के अनुसार जिन 7 सांसदों ने मंगलवार को लोकसभा में शपथ नहीं ली है. उन्हें बुधवार को स्पीकर चुनाव के बाद शपथ दिलाई जा सकती है. अगर ऐसा होता है तो ये सात सांसद लोकसभा स्पीकर के चुनाव में मतदान नहीं कर पाएंगे. आइए जानते हैं कि कौन हैं वो 7 सांसद? Read Also: कांग्रेस ने सत्ता में बने रहने के लिए कई बार संविधान को कुचला, गृह मंत्री अमित शाह का पलटवार.

इन सात सांसदों ने नहीं ली है शपथ

सात सांसद अभी तक शपथ नहीं ले पाएं हैं. ये सांसद लोकसभा सत्र के दूसरे दिन भी अनुपस्थित रहे. इनमें पांच विपक्षी सांसद और 2 निर्दलीय सांसद शामिल हैं. अनुपस्थित रहने वाले सांसदों में टीएमसी के शत्रुघ्न सिन्हा, दीपक अधिकारी, नुरूल इस्लाम. कांग्रेस के शशि थरूर. सपा के अफजाल अंसारी हैं. वहीं, दो निर्दलीय सांसद इंजीनियर रसीद और अमृत पाल ने भी शपथ नहीं ली है.

जेल में बंद हैं ये दो सांसद

पंजाब की खडूर साहिब सीट से सांसद चुने गए अमृतपाल सिंह और बारामूला से चुनाव जीतने वाले इंजीनियर राशिद ने सांसद पद की शपथ नहीं ली. इन दोनों निर्दलीय चुनाव लड़ा था. दोनों इस वक्त जेल में बंद हैं. जेल से ही इंजीनियर राशिद ने उमर अब्दुल्ला को चुनाव हराया.

अमृतपाल सिंह संसद सदस्य के रूप में शपथ नहीं ले सके क्योंकि वह राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत असम की जेल में बंद हैं. इंजीनियर राशिद सोमवार गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत दर्ज एक मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं.

किसके पास कितना संख्याबल

लोकसभा स्पीकर के चुनाव में NDA की स्थिति इंडिया ब्लॉक के मुकाबले मजबूत है. बीजेपी के पास अपने 241 सांसद हैं और एनडीए के पास 292 सांसद हैं. वहीं, विपक्ष के पास 233 सांसद हैं, जिसमें से 5 सांसदों ने शपथ ग्रहण नहीं की है. इसकी वजह से वह लोकसभा स्पीकर के चुनाव में वोट नहीं डाल पाएंगे.

कांग्रेस सदस्य कोडिकुनिल सुरेश को NDA के उम्मीदवार ओम बिरला के खिलाफ विपक्ष का उम्मीदवार बनाया गया है. लोकसभा बुधवार को अध्यक्ष पद के लिए चुनाव का गवाह बनेगी जो 1976 के बाद इस तरह का पहला मौका होगा. स्वतंत्र भारत में लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए केवल तीन बार 1952, 1967 और 1976 में चुनाव हुए.