नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) भारत में सितंबर महीने में भारत में होने जा रहे जी20 समिट (G20 Summit) में शामिल नहीं होंगे. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने पुतिन के भारत नहीं आने के पुष्टि की है. क्रेमलिन ने शुक्रवार को कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 9-10 सितंबर को नई दिल्ली में होने वाले जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में शारीरिक रूप से शामिल होने की योजना नहीं बना रहे हैं. प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा, रूसी राष्ट्रपति का मुख्य ध्यान फिलहाल यूक्रेन में "विशेष सैन्य अभियान" पर है. उन्होंने कहा कि पुतिन की भागीदारी का प्रारूप बाद में निर्धारित किया जाएगा. Russia: पुतिन से दुश्मनी मतलब मौत? नर्व गैस, जहर और बिल्डिंग से गिरने जैसी घटनाओं के शिकार हुए ये लोग.
इससे पहले इस सप्ताह की शुरुआत में, पुतिन दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (BRICS Summit) में शारीरिक रूप से शामिल नहीं हुए क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) ने यूक्रेन में युद्ध अपराधों का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. जिसका मतलब है कि विदेश यात्रा करते समय उन्हें गिरफ्तार किए जाने का जोखिम है. पुतिन ब्रिक्स नेताओं की बैठक में भी वीडियो लिंक के जरिए भाग लिया था.
क्रेमलिन के प्रवक्ता ने कहा है कि येवगेनी प्रिगोझिन की विमान दुर्घटना में हुई मौत में क्रेमलिन की संलिप्तता के आरोप बिल्कुल झूठ हैं. क्रेमलिन के प्रवक्ता पश्चिमी देशों का कहना है कि प्रिगोझिन की मौत के पीछे क्रेमलिन का हाथ है, यह पूरी तरह से झूठ है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन शिखर सम्मेलन के लिए भारत की यात्रा करेंगे, जिसके दौरान वह अन्य नेताओं के साथ यूक्रेन संघर्ष सहित कई वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे. चीनी प्रधान मंत्री शी जिनपिंग, कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो और शिखर सम्मेलन में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के भी शामिल होने की उम्मीद है. शिखर सम्मेलन के लिए भारत द्वारा नौ "अतिथि देशों" - बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है.