Happy Republic Day 2020: हाल के दिनों में राजधानी दिल्ली स्थित प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान जवाहरलाल नेहरू युनिवर्सिटी (Jawaharlal Nehru University) अपने कैम्पस में हुई हिंसा के लिए काफी सुर्खियों में रहा था. फिलहाल इससे आगे बढ़ते हुए छात्र गणतंत्र दिवस की तैयारियों में जुट गए हैं. इस बात की पुष्टि स्वयं कुलपति प्रो. एम जगदीश कुमार (M Jagadesh Kumar) ने की. एम जगदीश कुमार ने बताया कि संस्थान में गणतंत्र दिवस की तैयारियां हो रही हैं. इस साल पहली बार जेएनयू (JNU) में संस्थान के एनसीसी (National Cadet Corps) छात्र परेड में हिस्सा लेंगे.
बता दें कि हर भारतवासियों के लिए 26 जनवरी 1950 बेहद महत्वपूर्ण दिन है. यही वो दिन था जब पहली बार अपने देश का संविधान लागू हुआ और हम पूर्ण रूप से एक गणतांत्रिक देश के वासी बने. खास बात यह है कि संविधान को अपने अस्तित्व में आने में पूरे 2 साल 11 महिने और 18 दिन का समय लगा.
गणतंत्र दिवस समारोह राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर एक श्रद्धांजलि समारोह के साथ शुरू होगा, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. भारतीय वायुसेना के प्रवक्ता ग्रुप कैप्टन अनुपम बनर्जी ने कहा, "इस साल इंटर सर्विस गार्ड की कमान विंग कमांडर विपुल गोयल संभालेंगे."
इस दौरान राजपथ पर परेड के साथ ही राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा और राष्ट्रपति के अंगरक्षकों द्वारा उन्हें राष्ट्रीय सलामी दी जाएगी. वायुसेना की समन्वय सेवा की भूमिका के नाते राजपथ पर झंडा फहराने का काम फ्लाइंग ऑफिसर अमन द्वारा किया जाएगा. भारतीय वायुसेना एक औपचारिक मार्च करने वाले दल, वायुसेना बैंड की टुकड़ी और भारतीय वायुसेना की झांकी के साथ परेड में भाग लेगी.
भारतीय वायुसेना के मार्च करने वाले दल में चार अधिकारी और 144 वायु योद्धा शामिल होंगे. इस साल वायुसेना मार्च की अगुवाई फ्लाइट लेफ्टिनेंट श्रीकांत शर्मा और अन्य तीन अधिकारी करेंगे. वायुसेना बैंड की टुकड़ी में 72 संगीतकार और तीन ड्रम मेजर शामिल होंगे.
बैंड का नेतृत्व वारंट ऑफिसर अशोक कुमार करेंगे, जो एक निपुण ड्रम मेजर हैं. बैंड में दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने के लिए कई मार्शल धुनें बजाई जाएंगी. ग्रुप कैप्टन ने कहा, "परेड में भाग लेने वाले वायु योद्धाओं का चयन कर लिया गया है और इन्हें वायुसेना की एक कड़ी प्रक्रिया के माध्यम से चुना गया है."