MP Assembly Bye-Election 2020 Results: मध्य प्रदेश में उप विधानसभा की 28 सीटों पर वोटिंग के बाद आज वोटों की गिनती होने हो रही हैं. वोटों की गिनती शुरू होने के कुछ समय बाद 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू होने के बाद से ही रुझान आने शुरू हो जाएंगे. शुरूआती रुझान से ही मालूम पड़ने लगेगा कि राज्य की दो बड़ी पार्टी कांग्रेस और बीजेपी के किस उम्मदीवार को कहा से जीत मिल रही है. क्योंकि मध्य प्रदेश में उप विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टी के बीच ही लड़ाई है. हालांकि चुनाव परिणाम के नतीजों से पहले इंडिया टुडे-एक्सिस माई के एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की है कि बीजेपी के खाते में 28 सीटों में 16-18 सीटें और कांग्रेस के खाते में 10-12 सीटें जा सकती हैं. ऐसे में आप आप वोटों की गिनती का पल -पल रुझान जानना चाहते है तो न्यूज 18 मध्य प्रदेश - झारखंड चैनल (News18 MP-Chhattisgarh) पर लाइव देख सकते हैं.
मध्य प्रदेश उप विधानसभा की 28 सीटों में 25 सीटों पर के चुनाव परिणाम कांग्रेस के साथ ही बीजेपी के लिए वर्चस्व की लड़ाई है. क्योंकि ज्योतिराज सिंधिया का कांग्रेस से नाराज होने के बाद उनके गुट की के 25 विधायक उनके साथ चले गए. उनकी सदयस्ता खत्म होने के बाद 25 सीटों के साथ 3 और सीट जो ये विधायक चुनाव के कुछ दिन बाद उनकी मौत के बाद इनके सीटों पर भी चुनाव हुआ. ऐसे में बीजेपी के लिए इन 28 सीटों में 9 सीटों पर चुनाव जीतना बहुत ही खास होगा. क्योंकि बीजेपी के पास वर्तमान में 107 विधायक है. जो राज्य की 230 विधानसभा सीटों के लिए बहुमत के 116 सीटों की जरूरत है. यह भी पढ़े: MP By-Election Exit Poll 2020: India Today-Axis My India के एग्जिट पोल में बीजेपी को 16-18, कांग्रेस को 10-12 सीटें मिलने के अनुमान
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मध्य प्रदेश के 230 विधानसभा सीटों पर 2018 में हुए चुनाव में कांग्रेस 114 सीट पर जीतने में कामयाब हुई. वहीं राज्य में पिछले 20 साल तक सत्ता में बीजेपी को रहने के बाद भी वह दूसरे नंबर पर उसे 109 सीटें मिली. राज्य में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में चुनाव जीतने की वजह से कांग्रेस ने दो अन्य विधायकों को लेकर बहुमत का आंकड़ा 116 को पूरा करने के बाद राज्य में कमलनाथ के हाथों में कमान सौंपी. लेकिन कांग्रेस के 25 विधायकों को पार्टी से इस्तीफा देकर बीजेपी के शामिल होने के बाद कमलनाथ की सरकार महज 15 महीने में ही गिर गई.
राज्य में कमलनाथ की सरकार गिरने के बाद एक बार फिर बीजेपी की सरकार बनी और पार्टी ने फिर से शिवराज सिंह चौहान के हाथ में राज्य की सत्ता सौंपी. वहीं चुनाव आयोग ने राज्य के तीन विधायकों के निधन के साथ ही कांग्रेस के 25 विधायकों को अपने पद से इस्तीफा देने के बाद चुनाव आयोग ने चुनाव कराने के लिए फैसला लिया.