Chhattisgarh: कांग्रेस के लिए नई मुसीबत, टीएस सिंह देव पर लगे आरोपों को लेकर सरकार पर बरसे अमित जोगी
अमित जोगी (Photo: Facebook)

Chhattisgarh: पंजाब और राजस्थान के बाद छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में भी कांग्रेस (Congress) के भीतर अंदरूनी कलह की खबरें खुलकर सामने आने लगी हैं. कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह (Brihaspat Singh) ने अपनी ही सरकार के मंत्री टीएस सिंह देव (TS Singh Deo) से जान का खतरा बताया है. बृहस्पत सिंह ने टीएस सिंह देव पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वे मेरी हत्या करवाना चाहते हैं. कांग्रेस के विधायक बृहस्पत सिंह ने 24 जुलाई की रात उनपर हुए हमले के लिए टीएस को जिम्मेदार बताया और उनकी हत्या करवाने का आरोप लगाया था. उनके इस आरोप के बाद से राज्य की सियासत में हलचलें तेज हो गई हैं. छत्तीसगढ़ सरकार ने दो साल में विज्ञापनों पर खर्च किए 2 अरब 8 करोड़ से ज्यादा रुपये और कर्ज लिया 4 हजार 676 करोड़ रुपये.

छत्तीसगढ़ में मचे इस सियासी घमासान से कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है. पूरे मामले में जनता कांग्रेस के अध्यक्ष अमित जोगी (Amit Jogi) टीएस सिंहदेव का साथ देते नजर आए उन्होंने कांग्रेस पर कई बड़े आरोप लगाए.

अमित जोगी ने अपने एक ट्वीट में लिखा, "इतिहास दोहरा रहा है. अगर हम अपनी गलतियों से नहीं सीखेंगे तो जिस प्रकार से मेरे स्वर्गीय पिताजी श्री अजीत जोगी और मुझे झीरम कांड में घसीटने का षड्यंत्र हुआ था,उसी तरह श्री टीएस सिं हदेव को भी झूट के जंजाल में फसाने की कोशिश हो रही है. घटिया राजनीति करने वालों को बेनकाब करना होगा."

अमित जोगी का ट्वीट

बता दें कि विधायक बृहस्पत सिंह ने टीएस सिंह देव पर कई बड़े गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि टीएस सिंह देव उनकी हत्या कराना चाहते हैं. आदिवासी विधायकों पर हमला कर वह मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि अगर 4-5 विधायकों की हत्या कराकर वह मुख्यमंत्री बनने के सपने देख रहे हैं.

बृहस्पत सिंह ने कहा कि कुछ वक्त पहले मैंने कहा था कि छत्तीसगढ़ के अगले मुख्यमंत्री का फैसला हाईकमान करेगा, इसी बात को लेकर स्वास्थ्य मंत्री मुझसे नाराज हैं.

गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से छत्तीसगढ़ में ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले के तहत मुख्यमंत्री बदले जाने के कयास लगाए जा रहे हैं. चर्चा है कि भूपेश बघेल की जगह पर पार्टी राज्य की कमान टी एस सिंह देव को सौंप सकती है. अब देखना यह होगा कि कांग्रेस नेतृत्व पार्टी में चल रहे इस कलह से कैसे निपटता है और सीएम पर क्या फैसला होता है.