Chhattisgarh Govt: एक राज्य सरकार अपनी ब्रांडिंग और योजनाओं के विज्ञापनों पर किस हद तक खर्च कर सकती है इसकी बानगी छत्तसीगढ़ की भूपेश बघेल सरकार बताती है. यहां विज्ञापन के नाम पर कांग्रेस की भूपेश सरकार ने दो अरब रूपये से भी ज्यादा खर्च कर दिए. वो भी महज दो सालों में. विधानसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में सामने आया कि सरकार ने करीब ढाई साल के कार्यकाल में प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को 2 अरब 08 करोड़ 71 लाख 85 हज़ार 427 रुपये के विज्ञापन दिए हैं.
दरअसल छत्तसीगढ़ में आज से विधानसभा का मानूसन सत्र शुरू हुआ है. विधानसभा के मानसून सत्र में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह द्वारा पूछे गए प्रश्न के जवाब में मौजूदा मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल ने बताया कि लगभग ढाई साल के कार्यकाल में सरकार ने प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को 2 अरब 08 करोड़ 71 लाख 85 हज़ार 427 रुपये के विज्ञापन इन ढाई सालों में दिए हैं.
वहीं विधायक लक्ष्मी ध्रुव ने वन मंत्री से सवाल पूछा. जिसका जवाब देते हुए वन मंत्री ने विधानसभा में जानकारी देते हुए बताया कि, सीता नदी अभ्यारण्य में निवासरत परिवारों को तेंदूपत्ता नहीं तोड़ने के एवज में प्रतिवर्ष क्षतिपूर्ति राशि 2000 रुपये दी जाती थी लेकिन राशि उपलब्ध नहीं होने के चलते पिछले 4 वर्ष की क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान नहीं हो पाया है.
इसके बाद विधायक ध्रुव ने निशाना साधते हुए कहा, एक तरफ सरकार क्षतिपूर्ति राशि इस वजह से नहीं दे पा रही क्योंकि सरकार के पास पैसा नहीं है लेकिन वहीं दूसरी तरफ सरकार ढाई साल में ही 2 अरब से अधिक की राशि सरकारी विज्ञापन या यूं कहें सरकार के कार्य बताने में खर्च कर दे रही है.
इसके अलावा छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने दिसंबर 2018 से 30 जून 2021 तक कुल 41,676 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है. बता दें कि सरकार को इस उधार की राशि के एवज में औसतन 418.37 करोड़ रुपये ब्याज भुगतान प्रति माह करना पड़ रहा है.