Mumbai Local Train News: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) में एक बार फिर कोरोना वायरस पांव पसार रहा है. जिसके चलते मुबईकरों के जेहन में मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेन को लेकर सवाल उठने लगे है. बीएमसी (बृहन्मुंबई महानगर पालिका) कमिश्नर इकबाल सिंह चहल (Iqbal Singh Chahal) ने भी मुंबई लोकल से कोरोना संक्रमण बढ़ने की बात से इनकार नहीं किया है. दरअसल मुंबई में लोकल ट्रेनें से एक दिन में लगभग 50 लाख लोग सफ़र करते है. पिछले साल मार्च से ही कोरोना वायरस की एंट्री होने के बाद लोकल ट्रेनों को बंद कर दिया गया था, जो कि बीते 1 फरवरी को फिर आम जनता के लिए शुरू किया गया. इसके बाद से ही मुंबई में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने शुरू हुए. VIDEO: मुंबई में बढ़ी कोरोना संक्रमण की रफ्तार, तो मेयर किशोरी पेडनेकर ने लोकल में सफर कर मुंबईकरों को किया आगाह
बीएमसी (BMC) कमिश्नर ने कहा “अगर लोकल ट्रेनों से कोरोना के मामलों में कोई वृद्धि हुई है तो इसे समझने में तीन सप्ताह लगेंगे. अब हम 1 फरवरी से तीन सप्ताह दूर हैं और कोरोना काल में लोकल ट्रेनों में होने वाली भारी आवाजाही के लिए कुछ संक्रमण के मामलों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है.”
पहले से ही लोकल ट्रेनों के शुरू होने पर मुंबई में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी आने की आशंका जताई जा रही थी. जिसके चलते मध्य और पश्चिम रेलवे लोकल ट्रेनों में सफर के दौरान यात्रियों से कोविड-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करवा रही है. हालांकि इसके बावजूद लोकल ट्रेनों में भीड़ अधिक होने से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने में कठिनाई हो रही है.
पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ सुमित ठाकुर (Sumit Thakur) ने कहा कि लोकल ट्रेनों में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सभी सावधानी बरती है. पश्चिम रेलवे इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहा है. उन्होंने कहा “हम अपनी ट्रेन रेक को लगातार सेनेटाइज कर रहे हैं और हमने इस काम के लिए एक समर्पित टीम बनाई है. यात्रियों की सुविधा के लिए हमने 300 से अधिक बुकिंग काउंटर खोले हैं. वर्तमान में 1300 लोकल सेवाएं चल रही हैं और हम राज्य सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं.” मुंबई में आठ फरवरी से कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 36 प्रतिशत की वृद्धि हुई: बीएमसी
बीएमसी के आंकड़ों से पता चलता है कि लोकल ट्रेन सेवा को फिर से शुरू करने से मुंबई में कोरोना के मामले बढ़ें है. ऐसे में लोकल को संक्रमितों की संख्या बढ़ने का एक कारण समझा जा रहा है. 1 फरवरी तक मुंबई में प्रतिदिन पॉजिटिव मामले 400 से कम थे लेकिन पहले सप्ताह के अंत तक यह संख्या 500 अंक से अधिक हो गई. फिर 13 फरवरी तक मामले 599 थे, जो 20 फरवरी तक 897 हो गए. जो कि मुंबई में पिछले साल दिसंबर के बाद सबसे अधिक केस है. इसके बाद ही बीएमसी ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कोरोना के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की. राज्य सरकार भी स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर मुंबई में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी जारी रहती है तो अगले आठ दिनों में उद्धव सरकार फैसला लेगी. फिलहाल लोकल सेवाओं को रोकने के लिए राज्य सरकार की ओर से रेलवे को कोई प्रस्ताव नहीं मिला है. हालांकि रेलवे की तरफ से स्पष्ट कहा गया है कि राज्य सरकार के सभी निर्देश का पालन करने के लिए वह तैयार है. अभी मध्य और पश्चिम रेलवे की लगभग 95 प्रतिशत लोकल सेवा शुरू है, जिससे करीब 22 लाख यात्री प्रतिदिन सफर कर रहे है.