जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने से भारी तबाही, 12 शव बरामद, मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका
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जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के छासोती गांव में बुधवार को बादल फटने की भयावह घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया. अब तक 12 शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. यह हादसा मचैल माता यात्रा के रास्ते में स्थित एक दूरस्थ पहाड़ी गांव में हुआ, जहां अचानक आई बाढ़ ने सब कुछ बहा दिया.

भारी बारिश के बाद आए बादल फटने से तेज रफ्तार पानी और मलबा गांव में घुस गया. कई घरों को नुकसान पहुंचा और लोग पानी के तेज बहाव में फंस गए. सुरक्षा कारणों से वार्षिक मचैल माता यात्रा को भी अस्थायी रूप से रोक दिया गया है.

प्रशासन और बचाव दल मौके पर

किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा और सीनियर सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस नरेश सिंह खुद मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं. सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट, पड्डर के नेतृत्व में एक टीम पहले ही गांव पहुंच चुकी है और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर राहत कार्य में जुटी है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और पुलिस की टीमें तेजी से फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही हैं.

फ्लैश फ्लड्स ने तबाह किए घर

बचाव कार्य में चुनौतियां

छासोती गांव पहाड़ी और दुर्गम इलाके में स्थित है, जिससे राहत और बचाव कार्य में दिक्कतें आ रही हैं. संकरी और टूटी सड़कों के कारण मशीनरी और बचाव दलों को मौके पर पहुंचने में समय लग रहा है. बावजूद इसके, सभी एजेंसियां मिलकर अधिक से अधिक लोगों की जान बचाने में जुटी हैं.

राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया. उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "किश्तवाड़ के छासोती में बादल फटने से हुई मौतों पर शोक व्यक्त करता हूं. दिवंगतों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं. घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं. सभी बचाव और राहत कार्यों को और तेज करने के निर्देश दिए गए हैं."

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भी घटना पर चिंता जताते हुए बताया कि उन्होंने उपायुक्त किश्तवाड़ से बात की है और प्रशासन पूरी तत्परता के साथ काम कर रहा है.