टिड्डी दल का आक्रमण: पाकिस्तान से आए टिड्डियों का राजस्थान और मध्य प्रदेश में कहर, देंखें वीडियो
टिड्डी दल का आक्रमण (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: देश में कोरोना संकट के बीच पाकिस्तान (Pakistan) से आए टिड्डी दल (Tiddi Dal) का प्रकोप राजस्थान (Rajasthan) और मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कई हिस्सों में जारी है. टिड्डियों (Locust) ने अब तक लाखों हेक्टेयर फसल को बर्बाद कर दिया है. रविवार देर रात जयपुर के ग्रामीण इलाके में टिड्डियों ने दस्तक दी और सोमवार सुबह जयपुर (Jaipur) शहर के कई इलाकों से गुजरती हुई दौसा की तरफ निकल गई. जबकि मध्य प्रदेश के छतरपुर (Chhatarpur) जिले के एक गाँव में टिड्डियों का झुंड डेरा जमाकर फसलों को नाश कर रहा है.

न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने राजस्थान और मध्यप्रदेश में टिड्डी दल का कहर दिखाने वाले दो वीडियो साझा किए है. बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में राजस्थान से होते हुए टिड्डी दलों ने अपनी अपनी आमद दर्ज करा दी है, जिससे फसलों को बड़ा नुकसान पहुंचने की आशंका बढ़ गई है. Locust Attack: देश में ऐसे होता है टिड्डी दल का हमला, 24 घंटे में 35 हजार लोगों का भोजन कर सकते है चट

हाल ही में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पाकिस्तान से सटे जिलों में टिड्डियों के आक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार से टिड्डी चेतावनी संगठन को और अधिक मजबूत बनाने की मांग की थी. हालांकि उसके बाद केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने सीमावर्ती राज्य राजस्थान में टिड्डी के प्रकोप को लेकर गहलोत सरकार की आलोचना की और राज्य सरकार को निष्क्रिय बताया. टिड्डी दल का आक्रमण: पाकिस्तान से राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश में घुसे; सरकार निपटने के लिए कर रही उपाय

केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि टिड्डी के प्रकोप से किसानों को निजात दिलाने में केंद्र सरकार काम कर रही है, लेकिन राज्य सरकार इस मामले में निष्क्रिय बनी हुई है. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने टिड्डी नियंत्रण के लिए राज्य सरकार को 14 करोड़ रुपये और टिड्डी दल के हमले से किसानों की नष्ट हुई फसलों के मुआवजे के लिए 68 करोड़ रुपये दिए है.

उल्लेखनीय है कि इस साल देश की पश्चिमी सीमा से पाकिस्तान की टिड्डियों का हमला समय से थोड़ा पहले हुआ है. बीते 11 अप्रैल को पाकिस्तानी सीमा से प्रवेश के बाद टिड्डियों के छोटे समूह राजस्थान के अन्य जिलों में फ़ैल गए. इनसे करीब 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है. रिपोर्ट्स की मानें तो एक वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करने वाला टिड्डियों का झुंड एक दिन में 35,000 लोगों का भोजन खा सकता है.