केरल: 20 वर्षीय एडम हैरी के पायलट बनने की ट्रेनिंग के पैसे केरल सरकार देगी. ट्रेनिंग के बाद एडम हैरी देश के पहले ट्रांसजेंडर पायलट होंगे. केरल सरकार के सोशल जस्टिस डिपार्टमेंट ने हैरी की 3 साल की ट्रेनिंग के लिए 23.34 लाख रुपये स्वीकृत किए हैं. एडम हैरी अब बिना किसी बाधा के तिरुवनंतपुरम के राजीव गांधी एविएशन टेक्नोलॉजी अकैडमी में पढ़ाई करेंगे. जिसके बाद हैरी को कमर्शियल पायलट लाइसेंस मिल जाएगा. एडम हैरी के पास प्राइवेट पायलट लाइसेंस है, परिवार से बेदखल होने के बाद उन्होंने सरकारी फंडिंग के लिए आवेदन किया था, जो केरल सरकार ने मंजूर कर दिया है. एयरलाइन पायलट बनने के लिए कमर्शियल पायलट लाइसेंस की जरूरत होती है. डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (Directorate General of civil Aviation) नियम के अनुसार कमर्शियल पायलट लाइसेंस का आवेदन करने वालों को दो सौ घंटे की उड़ान का सबूत देना पड़ता है.
एडम हैरी ने बताया कि परिवार और दोस्तों के ठुकराने के बाद मैंने एयरलाइन पायलट बनने के बचपन के सपने के पूरा होने की उम्मीद छोड़ दी थी, लेकिन केरला सरकार की वजह से ये मुमकिन हो पाया है. मैं उनका आभारी हूं.
देखें ट्वीट:
एडम हैरी:
यह भी पढ़ें: मध्यप्रदेश: सरकारी नौकरी पाने वाली पहली महिला ट्रांसजेंडर बनीं संजना सिंह
केरल के त्रिशूर जिले के निवासी एडम हैरी प्राइवेट पायलट लाइसेंस हासिल करने वाले देश के पहले ट्रांसजेंडर हैं, उन्होंने जोहानसबर्ग में प्रशिक्षण के बाद 2017 में लाइसेंस प्राप्त किया. केरल ट्रांसजेंडर-फ्रेंडली होने के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां भी इनके साथ भेदभाव के मामले सुनाई देते रहते हैं.