
कोझिकोड, केरल: कोझिकोड जिले के कोइलांडी के पास मनक्कुलंगरा भगवती मंदिर में गुरुवार शाम को हाथियों के उत्पात मचाने से तीन श्रद्धालुओं की भगदड़ में मौत हो गई और 36 गंभीर रूप से घायल हो गए है. इस कार्यक्रम में शामिल दो हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया और कार्यक्रम में रखी वस्तुओं को तहस नहस कर दिया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. जिसमें देखा जा सकता है कि दो हाथी किस तरह से कार्यक्रम में उत्पात मचा रहे है और कुछ लोग इन्हें संभालते हुए और कुछ लोग इनसे बचते हुए नजर आ रहे है.
इन हाथियों के उत्पात से मची भगदड़ में लीला राजन और अम्मूकुट्टी नामें के लोगों की मौत हो गई है. इस घटना में करीब 36 लोग घायल होने की जानकारी सामने आई है. जिनको हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया है और उनका इलाज किया जा रहा है. इस वीडियो को सोशल मीडिया ' एक्स ' पर @HateDetectors नाम के हैंडल से शेयर किया है.ये भी पढ़े:Elephant Attack: उत्सव में भड़का हाथी, महावत की कुचलकर ले ली जान, केरल के पलक्कड़ की भयावह घटना (Watch Video )
कोइलांडी के पास मनक्कुलंगरा भगवती मंदिर में हाथियों ने मचाया उत्पात
Elephant attacks on human beings continues in the state with 3 people killed by a captive elephant brought for a temple festival in #Koyilandi, #Kozhikode, #Kerala.
In the latest attack, three people died, and at least 36 others were injured after elephants ran amok during a… pic.twitter.com/iNBd91Wtge
— Hate Detector 🔍 (@HateDetectors) February 13, 2025
कैसे हुई घटना ?
बताया जा रहा है कि उत्सव के दौरान आतिशबाजी हो रही थी. इससे एक हाथी हिंसक हो गया और इसके बाद इसने दुसरे हाथी पर हमला कर दिया. दोनों हाथियों ने मंदिर के कार्योलय भवन के एक हिस्से को भी क्षतिग्रस्त आकर दिया. इस दौरान लोग भागते हुए नजर आएं. काफी देर बाद महावतों ने हाथियों पर तो काबू पा लिया, लेकिन तब तक लोगों की मौत हो चुकी थी और कई लोग घायल हो चुके थे.
मामले की होगी जांच
तीन लोगों की मौत की पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आएगी.उत्तरी क्षेत्र के कलेक्टर और मुख्य वन संरक्षक घटना पर रिपोर्ट सौंप सकते हैं. वे जांच करेंगे कि स्थानीय हाथी प्रबंधन नियमों का उल्लंघन हुआ है या नहीं.उत्सव में आए लोगों ने कहा कि हाथियों की परेड के दौरान तय दूरी का पालन नहीं किया गया.पुलिस ने बताया कि अधिकारियों ने मंदिर में हाथियों की परेड के लिए अनुमति मांगी थी.