चमोली/जोशीमठ, 8 जनवरी: जोशीमठ भू-धंसाव को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों का दौरा जारी है. रविवार को मुख्य सचिव डॉ. सुखवीर सिंह संधु, डीजीपी पुलिस अशोक कुमार एवं सचिव मुख्यमंत्री आर.मीनाक्षी सुंदरम ने जोशीमठ पहुंचकर भू- धंसाव क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया. मुख्य सचिव ने कहा कि देश के विशेषज्ञ वैज्ञानिकों की टीम द्वारा भू-धंसाव कारणों का पता लगाया जा रहा है और इसके कारणों का पता लगने पर जो भी ट्रीटमेंट जरूरी होगा, किया जाएगा। मुख्य सचिव ने कहा कि तत्कालिक रूप से नागरिकों की सुरक्षा बेहद अहम है और स्थानीय प्रशासन इसके लिए लगातार काम कर रहा है.
उन्होंने स्थानीय नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि किसी भी दशा में रिस्क ना लें. ऐसी स्थिति में कभी भी नुकसान ज्यादा हो सकता है. जिला प्रशासन द्वारा जहां पर व्यवस्था की गई है, वहां पर जल्द से जल्द शिफ्ट करें। इस दौरान मुख्य सचिव ने मनोहर बाग, सिंग्धार, मारवाडी स्थित जेपी कंपनी प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया. जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने मुख्य सचिव को आपदा की स्थिति के बारे में अवगत कराया. यह भी पढ़े: Joshimath Sinking: जोशीमठ के घरों में क्रैक, धंस रही जमीन, CM धामी ने कल बुलाई हाई लेवल मीटिंग
वहीं दूसरी ओर जोशीमठ में भू धंसाव से प्रभावित परिवारों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया है. इसी कड़ी में जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने खुद शनिवार देर रात राहत शिविरों में जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया था. जहां उन्होंने प्रभावित लोगों से बातचीत की और हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही. उन्होंने प्रभावितों से कहा कि कहीं पर किसी चीज की आवश्यकता होगी तो उन्हें अवगत कराएं। किसी भी चीज की कमी नहीं होने दी जाएगी। जब पीड़ितों से बात की तो उन्होंने बताया कि उन्हें मैगी खाकर रात गुजारनी पड़ रही है.
वहीं, डीएम खुराना का कहना है कि प्रभावित परिवारों की आजीविका से लेकर रहने खाने में हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को सभी राहत शिविरों में हेल्पलाइन नंबर चस्पा करने और प्रभावित लोगों तक हर प्रकार से मदद पहुंचाने के निर्देश दिए हैं.