नयी दिल्ली, 31 दिसंबर : भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि इस बार दिसंबर में दिल्ली में औसत न्यूनतम तापमान पिछले 15 साल में दूसरी बार सबसे कम रहा . आईएमडी द्वारा बृहस्पतिवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक इस साल दिसंबर में औसत न्यूनतम तापमान (एमएमटी) 7.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पिछले साल औसत न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री रहा था. आंकड़ों के मुताबिक पिछले 15 साल में केवल एक बार 2018 में औसत न्यूनतम तापामान सात डिग्री सेल्सियस से नीचे गया, जब यह 6.7 डिग्री सेल्सियस था.
वर्ष 2005 में औसत न्यूनतम तापमान छह डिग्री था और इससे पहले 1996 में यह 5.9 डिग्री दर्ज किया गया था. दिल्ली में इस बार दिसंबर में आठ दिन शीतलहर चली. वर्ष 2018 के दिसंबर में भी इतने ही दिन शीतलहर चली थी. न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे जाने और सामान्य से 4.5 डिग्री कम होने पर शीतलहर की घोषणा की जाती है. आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में साफ आसमान, हिमालय क्षेत्र से पश्चिमी विक्षोभ और ‘ला नीना’ के प्रभाव जैसे कारकों के कारण न्यूनतम तापमान में गिरावट आयी है. यह भी पढ़ें : Weather Update 2020: उत्तर भारत में तापमान में गिरावट के साथ चल रही हैं ठंडी हवाएं, अगले चार दिनों में दिल्ली में शीतलहर
उन्होंने कहा कि 12 दिसंबर तक न्यूनतम तापमान सामान्य के ‘आसपास’ ही था. इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ के कारण हिमालय का क्षेत्र प्रभावित हुआ, जिससे जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी और बारिश हुई. जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश से हवा की दिशा बदलने और इसके दिल्ली-एनसीआर की तरफ आने से न्यूनतम तापमान गिरने लगा. उन्होंने कहा कि ला नीना प्रभाव के कारण भी तापमान में गिरावट आती है . ‘ला नीना’ प्रशांत महासागर में तापमान में बदलाव संबंधी मौसमी परिघटना है इसके कारण हवा के रूख में बदलाव आता है