Cyclone Amphan: चक्रवात 'अम्फान' का प्रचंड प्रहार शुरू, ओडिशा के भद्रक-पारादीप समेत अन्य इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश, भूस्खलन की आशंका (Watch Videos)
चक्रवाती तूफान अम्फान (Photo Credits: IMD)

Cyclone Amphan: महा चक्रवात अम्फान (Super Cyclone Amphan) ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. यह चक्रवाती तूफान (Cyclonic Storm) जैसे-जैसे पश्चिम बंगाल (West Bengal) और ओडिशा (Odisha)  के तटीय इलाकों के करीब पहुंच रहा है, इसकी रफ्तार भी भीषण होती जा रही है. मौसम विभाग (India Meteorological Department) के अनुसार, अम्फान आज पूर्वी तट से टकरा सकता है, जो तटीय राज्यों में भीषण तबाही मचा सकता है. बताया जा रहा है कि अम्फान दीघा (Digha) तट से 185 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से टकराएगा. इस सुपर साइक्लोनिक तूफान के खतरे को देखते हुए कई राज्यों के लिए हाई अलर्ट जारी किया गया है और पश्चिम बंगाल व ओडिशा के तटीय इलाकों (Coastal Areas) से लोगों को हटाया जा रहा है.

चक्रवाती तूफान अम्फान ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है, जिसके चलते ओडिशा में भद्रक (Bhadrak), पारादीप (Paradip), चांदीपुर (Chandipur) समेत अन्य तटीय क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है. ओडिशा के पारादीप में 82 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं. इस चक्रवात की वजह से भूस्खलन की संभावना जताई जा रही है.

82 किमी की रफ्तार से चल रही हैं तेज हवाएं

वहीं ओडिशा के बालासोर जिले के चांदीपुर में तेज हवाओं के साथ-साथ समंदर में ऊंची-उंची लहरें उठ रही हैं. चक्रवात तूफान अम्फान से आज भूस्खन की संभावना जताई जा रही है.

तेज हवाओं के साथ समंदर में उठी ऊंची-ऊंची लहरें

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, यह चक्रवात श्रेणी 1 से श्रेणी 5 तक करीब 18 घंटे के रिकॉर्ड समय में काफी शक्तिशाली हो गया है. अम्फान 20 मई की शाम तक सुंदरबन के पास पश्चिम बंगाल के हटिया तट और बांग्लादेश के दीघा तट को पार कर सकता है. इस दौरान इस चक्रवात की अधिकतम गति 155-165 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 185 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है. यह तूफान चक्रवात आइला, बुलबुल या हुदहुद की तुलना में भारी तबाही मचा सकता है. यह भी पढ़ें: शक्तिशाली तूफान ‘अम्फान’ से आज होगा पश्चिम बंगाल और ओडिशा का सामना, बड़ी तबाही की संभावना

गौरतलब है कि अम्फान के मद्देनजर ओडिशा में अब तक 1704 शेल्टर कैंप स्थापित किए गए हैं और 119075 लोगों को तटीय इलाकों से निकाला गया है. इस तूफान से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 19 टीमों को पश्चिम बंगाल में तैनात किया गया है. दक्षिण 24 परगना में 6 टीमें, पूर्वी मिदनापुर और कोलकाता में 4 टीमें, उत्तर 24 परगना में 3 टीमें और हुगली व हावड़ा में एक-एक टीमें  तैनात की गई हैं.