डोनाल्ड ट्रंप के बाद अब ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो हुए पीएम मोदी के मुरीद, हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन देने के लिए कहा ‘शुक्रिया’
ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Photo Credits: Twitter)

ब्रासीलिया: ब्राजील (Brazil) के राष्ट्रपति जायर बोलोनसरो (Jair Bolsonaro) ने मलेरिया (Malaria) की दवा हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया है. एस मुद्दे पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) भी भारत की तारीफ कर चुके है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने बुधवार को अपना रुख बदलते हुए हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन को लेकर मोदी सरकार का समर्थन किया. इससे एक दिन पहले ही ट्रंप ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन नहीं देने पर भारत से 'प्रतिशोध' की बात कही थी.

ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि ब्राजील को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की मदद के लिए प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री के साथ मेरी सीधी बातचीत के परिणामस्वरूप हमें हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के उत्पादन को जारी रखने के लिए कच्चा माल मिल रहा है. डोनाल्ड ट्रंप के अनुरोध के बाद माना भारत, कोरोना वायरस से लड़ने में मददगार दवा देने के लिए तैयार

इससे एक दिन पहले ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो ने मलेरिया के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन की आपूर्ति की मांग के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक पत्र में रामायण के उस प्रसंग का जिक्र किया है जिसमें लक्ष्मण की जान बचाने के लिए बजरंगबली हिमालय से संजीवनी बूटी लाते हैं. उन्होंने रामायण के अलावा ईसा मसीह का भी जिक्र किया था. Coronavirus: हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन क्या है? जिसके लिए अमेरिका समेत कई देश है बेताब, अब भारत करेगा सप्लाई

ब्राजील के राष्ट्रपति ने पत्र में लिखा, ‘‘दूसरे देशों की तरह ही ब्राजील को भी आशा है कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का इस्तेमाल कोविड-19 से संक्रमितों के उपचार में कारगर दवा है.’’ उल्लेखनीय है कि ब्राजील में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते 700 से अधिक लोगों की मौत के साथ देश में अब तक कुल संक्रमित हुए लोगों की संख्या 14 हजार के पार चली गई है.

भारत हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन का सबसे बड़ा निर्यातक है. कोरोना संक्रमण को बढता देख मोदी सरकार ने 25 मार्च को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात पर कड़ा प्रतिबंध लगा दिया था. हालांकि कई देशों के अनुरोध पर भारत कोरोना वायरस से प्रभावित अमेरिका और कई अन्य देशों को इस दवा की आपूर्ति के लिए तैयार हो गया है.