![Bihar Caste-based Census Report Released: बिहार में जाति जनगणना रिपोर्ट जारी, जानें पक्ष और विपक्ष ने क्या कहा Bihar Caste-based Census Report Released: बिहार में जाति जनगणना रिपोर्ट जारी, जानें पक्ष और विपक्ष ने क्या कहा](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2023/10/Bihar-380x214.jpg)
Bihar Caste-Based Census: बिहार में सरकार ने दो अक्टूबर गांधी जयंती के मौके पर जाति जनगणना रिपोर्ट जारी कर दी. रिपोर्ट के अनुसार बिहार में पिछड़ा वर्ग 27.13%, अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36.01%, सामान्य वर्ग 15.52% है. वहीं उन्होंने अपनी रिपोर्ट में बताया कि बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ से अधिक है. जिसका सीएम नीतीश कुमार के साथ ही पक्ष के नेताओं ने स्वागत किया है. वहीं विपक्ष का आरोप है कि बिहार सरकार रिपोर्ट जारी कर सिर्फ लोगों के अंदर भ्रम फैलाने का काम रही है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट कर लिखा, "आज गांधी जयंती के शुभ अवसर पर बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना के आंकड़े प्रकाशित कर दिए गए हैं. जाति आधारित गणना के कार्य में लगी हुई पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई!" रिपोर्ट के अनुसार बिहार में पिछड़ा वर्ग 27.13%, अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36.01%, सामान्य वर्ग 15.52% है. वहीं उन्होंने अपनी रिपोर्ट में बताया कि बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ से अधिक है. बीते कई महीनों से बिहार में जाति जनगणना को लेकर मांग की जा रही थी. यह भी पढ़े: Bihar Caste-Based Census: नीतीश सरकार ने जारी की जाति जनगणना रिपोर्ट, अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36.01%, जानें अन्य जातियों की संख्या
Tweet:
आज गांधी जयंती के शुभ अवसर पर बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना के आंकड़े प्रकाशित कर दिए गए हैं। जाति आधारित गणना के कार्य में लगी हुई पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई !
जाति आधारित गणना के लिए सर्वसम्मति से विधानमंडल में प्रस्ताव पारित किया गया था।…
— Nitish Kumar (@NitishKumar) October 2, 2023
Video:
#WATCH | Bihar Government releases caste-based census report. pic.twitter.com/a0CJNUYAfx
— ANI (@ANI) October 2, 2023
वहीं जेडीयू नेता नेता के. सी. त्यागी ने कहा, "कर्पूरी ठाकुर और वी.पी. सिंह के बाद पिछड़े और अतिपिछड़े वर्ग के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता के रूप में नीतीश कुमार उभरे हैं. आज साबित हुआ है कि वे (पिछड़ा वर्ग) 63% हैं. हम नीतीश कुमार को सलाम करते हैं और चाहते हैं कि देश में घूमकर जनता को आंदोलित करें जिससे हर राज्य को जातीगत जनगणना करानी पड़े। यह अगले चुनाव के लिए एजेंडा तय हुआ है."
JDU नेता के. सी. त्यागी ने कहा, "कर्पूरी ठाकुर और वी.पी. सिंह के बाद पिछड़े और अतिपिछड़े वर्ग के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता के रूप में नीतीश कुमार उभरे हैं। आज साबित हुआ है कि वे (पिछड़ा वर्ग) 63% हैं। हम नीतीश कुमार को सलाम करते हैं और चाहते हैं कि देश में घूमकर जनता को आंदोलित करें… pic.twitter.com/Lr8ShdEVyN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 2, 2023
बिहार सरकार द्वारा जातीगत जनगणना की रिपोर्ट जारी करने पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि "जातीय जनगणना बिहार की गरीब जनता में भ्रम फैलाने के सिवा कुछ नहीं है. नीतीश कुमार के 15 साल और लालू यादव के 18 साल के अपने कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड देना चाहिए था कि उन्होंने अपने कार्यकाल में गरीबों का क्या उद्धार किया, कितने लोगों को नौकरी दी। यह रिपोर्ट भ्रम के अलावा कुछ नहीं.
Video:
#WATCH | Begusarai, Bihar: Union Minister Giriraj Singh says, "Caste Census will do nothing more than spreading 'bhram' among the poor and public of the state. They should have given a report card that Nitish Kumar ruled the state for 18 years and Lalu Yadav ruled the state for… pic.twitter.com/TKUYxYyxpk
— ANI (@ANI) October 2, 2023
बिहार सरकार द्वारा जातीगत जनगणना की रिपोर्ट जारी करने पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, "हम तो हमेशा से इसके(जातिगत जनगणना) के पक्षधर रहे हैं. मध्य प्रदेश में सरकार बनने पर हम इसे(जातिगत जनगणना) कराएंगे.
Tweet:
#WATCH | On the caste-based census report released by Bihar Government, Former Madhya Pradesh CM and Congress leader Digvijay Singh says "I have always supported this. If we come to power here, we will also get a caste-based census done in Madhya Pradesh." pic.twitter.com/u7kEaFD6YD
— ANI (@ANI) October 2, 2023
रिपोर्ट जारी करने को लेकर बिहार के पूर्व सीएम और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा कि आज गांधी जयंती पर हम सभी इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने हैं। भाजपा की तमाम साजिशों, कानूनी अड़चनों और तमाम साजिशों के बावजूद आज बिहार सरकार ने जाति आधारित सर्वे जारी कर दिया। ये आंकड़े वंचितों, उपेक्षितों और गरीबों के समुचित विकास और प्रगति के लिए समग्र योजना बनाने और आबादी के अनुपात में वंचित समूहों को प्रतिनिधित्व देने में देश के लिए एक उदाहरण स्थापित करेंगे.