वाशिंगटन, 18 अप्रैल : बाइडन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) सहित इस वैश्विक निकाय में बहुप्रतीक्षित जरूरी सुधार का समर्थन करता है, ताकि यह 21वीं सदी की दुनिया को परिलक्षित कर सके. उनकी यह टिप्पणी भारत को इस वैश्विक निकाय के शक्तिशाली अंग के स्थायी सदस्य बनाए जाने की बढ़ती मांग के बीच आई है. विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने यह टिप्पणी उस समय की जब उनसे अमेरिकी कंपनी टेस्ला के मुखिया एलन मस्क के बयान के बारे में सवाल किया गया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के बिना संयुक्त राष्ट्र का कोई मतलब नहीं है.
पटेल ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता में कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन पहले भी संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के दौरान इस बारे में (सुधारों की आवश्यकता) बात कर चुके हैं. उन्होंने कहा, "हम निश्चित रूप से सुरक्षा परिषद सहित संयुक्त राष्ट्र में सुधारों का समर्थन करते हैं, ताकि यह 21वीं सदी की दुनिया को परिलक्षित कर सके, जिसमें हम रहते हैं. मेरे पास कोई विशेष जानकारी नहीं है कि वे कदम क्या हैं, लेकिन निश्चित रूप से, हम मानते हैं कि सुधार की जरूरत है.'' यह भी पढ़ें : लोकसभा चुनाव 2024: राजस्थान के CM भजनलाल शर्मा ने जयपुर में किया मतदान, देखें वीडियो
इस साल की शुरुआत में मस्क ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को शामिल करने की वकालत की थी. उन्होंने कहा था कि संयुक्त राष्ट्र की मौजूदा संरचना में सबसे अधिक आबादी वाले देशों का पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं है. उन्होंने कहा था कि संयुक्त राष्ट्र निकायों में सुधार की आवश्यकता है. मस्क कुछ दिन बाद ही भारत की यात्रा करने वाले हैं.