नयी दिल्ली, 17 दिसंबर दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के एक स्कूल की शिक्षिका की पिटाई से घायल हुई कक्षा पांच की छात्रा के पिता का कहना है कि उनकी बेटी चेहरे की हड्डी टूटने के कारण खाने या बोलने में असमर्थ है।
लड़की अभी भी सफदरजंग अस्पताल में भर्ती है।
उसके पिता के मुताबिक बच्ची के पैर और सिर के एक हिस्से में भी चोटें आई हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वह कुछ भी खाने-पीने में असमर्थ है। डॉक्टर ने पहले हमें बताया था कि उसे आज छुट्टी दे दी जाएगी। लेकिन उन्होंने हमें सूचित किया कि उसे दो और दिनों तक निगरानी में रखा जाएगा।’’
उन्होंने शिक्षिका के लिए कड़ी से कड़ी सजा की मांग करते हुए कहा है कि ‘‘कोई एक बच्चे के साथ ऐसा व्यवहार कैसे कर सकता है।’’
लड़की के पिता एक दिहाड़ी मजदूर हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें स्कूल से एक कॉल की गई और बेटी की चोटों के बारे में बताया गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘जब हमें इस घटना के बारे में स्कूल से सूचना मिली तब मैं काम पर था। हम तुरंत स्कूल पहुंचे जहां हमें बताया गया कि उसे हिंदू राव अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मैं वहां गया।’’
पिता ने कहा कि जब बेटी ने उसे देखा तो वह रो पड़ी और उसकी पत्नी बेहोश हो गई। उन्होंने कहा, ‘‘जब मैंने उसे देखा तो वह बोल नहीं पा रही थी लेकिन वह रोने लगी। वहीं मेरी पत्नी बेहोश हो गई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि शिक्षिका को हटाया जाए और कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। वह किसी भी बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती थी। हम अपने बच्चों को पढ़ने के लिए भेजते हैं। वह अन्य छात्रों के साथ भी ऐसा ही कर सकती है।’’
पुलिस के अनुसार, शिक्षिका ने छात्रों के साथ खुद को एक कक्षा के अंदर बंद कर लिया और छात्रा को पकड़ लेने तक “हिंसक” तरीके से उस पर पानी की बोतलें फेंकीं। इसके बाद उसने छात्रा के बाल काटे और उसे बालकनी से फेंक दिया।
डॉक्टरों के मुताबिक, लगभग 11 साल की बच्ची के चेहरे की हड्डी टूट गई है।
पुलिस ने कहा कि घटना दिल्ली नगर निगम बालिका विद्यालय में पूर्वाह्न लगभग 11 बजे हुई थी। कक्षा में विद्यार्थियों के बस्ते और किताबें बिखरी हुई थीं, क्योंकि शिक्षिका ने उनमें से कुछ विद्यार्थियों को कथित तौर पर नुकसान पहुंचाने की धमकी दी थी, जिसके कारण वे डरकर कक्षा से भाग गये थे।
पुलिस ने कहा कि आरोपी शिक्षिका गीता रानी देशवाल (26) को गिरफ्तार कर लिया गया है और घटना के पीछे की मंशा अभी स्पष्ट नहीं है।
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