सेना ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि उसके सैनिकों ने दक्षिण गाजा में बीती रात अभियान के दौरान ये शव बरामद किए हैं. हालांकि उनकी मौत कब और कैसे हुई, इसकी जानकारी नहीं दी गई है. बंधकों के परिवारों ने कहा है कि उन्हें जिंदा बंधक बनाया गया था. वहीं हमास का कहना है कि कुछ बंधक इजराइल के हवाई हमले में हताहत हुए हैं. शवों का बरामद होना हमास के लिए भी एक झटका है, जो बंधकों के बदले फलस्तीनियों कैदियों को रिहा कराना, इजराइली सैनिकों की गाजा से वापसी और दीर्घकालिक संघर्ष विराम चाहता है.
हालांकि इससे इजराइल सरकार पर भी समझौते पर पहुंचने का दबाव पड़ने की संभावना है, जो चाहेगा कि जिंदा बचे बंधकों को जल्द से जल्द छुड़ाया जाए. सेना के मुताबिक, मृतकों की पहचान काइम पेरी (80), योरम मेट्जेगर (80), अवराहम मंडर (79), एलेक्जेंडर डेनसिग (76), नदाव पोपलवेल (51) और यागेव बुश्ताव (35) के रूप में हुई है. मेट्जेगर, मंडर, पोपलवेल और बुश्ताव उस परिवार में शामिल थे, जिसके सदस्यों का अपहरण किया गया था, हालांकि नवंबर में हुए संघर्ष विराम के दौरान उन्हें छोड़ दिया गया था. यह भी पढ़ें : Uttarakhand Nurse Murder Case: उत्तराखंड में नर्स की हत्या की सीबीआई जांच की मांग को लेकर कांग्रेस का धरना प्रदर्शन
मंगलवार को किबुत्ज नीर ओज नामक कृषक समुदाय ने मंडर की मौत की पुष्टि की. किबुत्ज नीर ओज ने कहा कि उसकी मौत “कई महीनों तक शारीरिक और मानसिक यातना सहने के बाद हुई.” प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बचाव प्रयासों की प्रशंसा की और कहा, "इस भयानक नुकसान के लिए हमारा मन दुखी है." उन्होंने एक बयान में कहा, "इजराइल अपने सभी जीवित और मृत बंधकों को वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास करना जारी रखेगा.” इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने भी इस अभियान की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि यह अभियान हमास के विशाल सुरंग नेटवर्क के अंदर चलाया गया था. इस बचाव अभियान में इजराइलियों या फलस्तीनियों के हताहत होने की तत्काल कोई जानकारी नहीं मिली है.
माना जाता है कि सात अक्टूबर के हमले के बाद अब भी करीब 110 लोगों को हमास ने बंधक बना रखा है. इजराइली अधिकारियों के अनुमान के अनुसार, इनमें से करीब एक तिहाई की मौत हो चुकी है. युद्ध शुरू होने के बाद से इस क्षेत्र की अपनी नौवीं यात्रा पर आए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सोमवार को कहा कि नेतन्याहू ने महीनों से जारी संघर्ष विराम वार्ता में अंतराल को पाटने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है. उन्होंने हमास से भी ऐसा करने का आह्वान किया. हमास ने अमेरिका पर इजराइल की मांगों को अपनाने और उन्हें उसपर थोपने का आरोप लगाया है. दोनों पक्षों के बीच अब भी व्यापक मतभेद दिखाई देते हैं. इनमें गाजा में दो रणनीतिक गलियारों पर स्थायी नियंत्रण की इजराइल की मांग भी शामिल है, जिसे हमास ने खारिज कर दिया है.