
इजरायल ने दो महीने की संघर्षविराम संधि को तोड़ते हुए पहले हवाई हमले किए और अब जमीनी ऑपरेशन भी शुरू कर दिया है. इजरायली सेना ने गाजा के मध्य और दक्षिणी हिस्सों में "टार्गेटेड ग्राउंड ऑपरेशन" को अंजाम देते हुए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इलाकों पर आंशिक नियंत्रण स्थापित कर लिया है.
इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने बुधवार को जानकारी दी कि उनकी सेना ने गाजा के मध्य और दक्षिणी हिस्से में सुरक्षा क्षेत्र का विस्तार करने और उत्तरी एवं दक्षिणी गाजा के बीच बफर जोन बनाने के लिए विशेष जमीनी अभियान शुरू किया. IDF के अनुसार, इस ऑपरेशन के तहत नेटजारिम कॉरिडोर के केंद्र तक इजरायली सेना ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है.
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इजरायली सेना ने यह भी कहा कि इस ग्राउंड ऑपरेशन के साथ-साथ गोलानी ब्रिगेड को दक्षिणी कमान क्षेत्र में तैनात किया गया है. सेना का कहना है कि वह गाजा पट्टी में आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखेगी ताकि इजरायली नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
गाजा में IDF का ग्राउंड ऑपरेशन
⭕️ IDF troops began targeted ground activities in central and southern Gaza, over the past day, in order to expand the security zone and to create a partial buffer between northern and southern Gaza. As part of the ground activities, the troops expanded their control further to… pic.twitter.com/TI4068LAJd
— Israel Defense Forces (@IDF) March 19, 2025
इजरायली रक्षा मंत्री की गाजा निवासियों को चेतावनी
इजरायल के रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज़ ने गाजा के निवासियों को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि यह उनकी "आखिरी चेतावनी" है. उन्होंने कहा कि गाजा के लोगों को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सलाह माननी चाहिए और इजरायली बंधकों को वापस कर देना चाहिए. साथ ही, उन्होंने कहा कि अगर गाजा से हमास को हटाया जाता है, तो वहां के लोगों के लिए अन्य देशों में जाने के रास्ते खुल सकते हैं.
गाजा में इजरायल का ऑपरेशन तेज
इजरायल ने ग्राउंड ऑपरेशन शुरू करने से पहले मंगलवार को गाजा पर तेज हवाई हमले किए. इन हमलों के बाद से अब तक कम से कम 436 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 183 बच्चे और 94 महिलाएं शामिल हैं. इसके अलावा 678 लोग घायल हुए हैं.
हालांकि, इजरायल का दावा है कि उसके हमले केवल आतंकियों के खिलाफ होते हैं, लेकिन गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इन हमलों में बड़ी संख्या में आम नागरिक भी मारे जा रहे हैं.