सऊदी अरब में आज रजब के चांद का दीदार हो गया है. अब 2 महीने बाद रमजान शुरू होगा.
The clock tower signals the entry into the month of Rajab 1446!2 months away from Ramadan!اللهم بلغنا رمضان pic.twitter.com/HN1bnptaRz— The Holy Mosque (@theholymosques) December 31, 2024
यूएई में रजब का चांद दिख गया है. इसके बाद अब कल यानी 1 जनवरी, बुधवार को इस्लामी कैलेंडर का रजब महीना शुरू होगा. खलीज टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक यह घोषणा यूएई एस्ट्रोनॉमी सेंटर ने की. इसका मतलब है कि पवित्र महीने रमजान की शुरुआत में अब केवल दो महीने का समय बचा है.रजब, इस्लामी हिजरी कैलेंडर का सातवां महीना है. इसी महीने शब-ए-मेराज का खास दिन होता है. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, यह त्योहार रजब महीने की 27वीं तारीख को मनाया जाता है.
ऑस्ट्रेलिया में आज रजब 2024 का चांद नहीं दिखा. यहां रजब का महीना 2 जनवरी से शुरू होगा.
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पाकिस्तान में इस्लामी महीने रजब 1446 AH के चांद को देखने के लिए जोनल और जिला समितियों की बैठकें बुधवार को देशभर में आयोजित की जाएंगी. ये बैठकें असर की नमाज़ के बाद आयोजित होंगी, ताकि चांद दिखने की पुष्टि की जा सके.
सऊदी अरब और यूएई में रजब 2024 का चांद देखने की कोशिश की जा रही है. इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार अगर आज शाम रजब का चांद दिखता है तो कल यानी बुधवार से रजब का महीना शुरू हो जायेगा.
Rajab Moon Sighting In KSA and UAE 2024: आज सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में रजब 2024 के चांद को देखने की कोशिश की जा रही है. यह इस्लामी कैलेंडर का सातवां महीना है, जिसे रजब-उल-मुरज्जब कहा जाता है. चांद देखने के आधार पर इस महीने की शुरुआत और इसके खास दिनों जैसे शब-ए-मिराज की तारीख तय की जाती है.
इस्लामी दुनिया में त्योहारों और महत्वपूर्ण घटनाओं के लिए इस्लामी कैलेंडर या हिजरी कैलेंडर का पालन किया जाता है. यह कैलेंडर चंद्र चक्र पर आधारित होता है और इसमें 12 महीने होते हैं. इस कैलेंडर में 354-355 दिन होते हैं क्योंकि चंद्र चक्र आमतौर पर 29 या 30 दिनों का होता है.
नए महीने की शुरुआत चांद देखने के आधार पर महीने की शुरुआत होती है. अगर चांद 29वें दिन नजर नहीं आता, तो महीने को 30 दिन पूरे करने के बाद नया महीना शुरू होता है.
रजब का महत्व
रजब इस्लामी कैलेंडर में खास महत्व रखता है. इस महीने में शब-ए-मेराज जैसे महत्वपूर्ण दिन आते हैं, जो इस्लामी परंपराओं में एक खास स्थान रखते हैं.
सऊदी अरब और यूएई के साथ-साथ भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों में भी रजब के चांद को देखने की प्रक्रिया आयोजित की जाएगी. हालांकि, इन देशों में चांद देखने का समय और तारीख सऊदी अरब से अलग हो सकती है.