काठमांडू, 28 जून: काठमांडू घाटी के ललितपुर मेट्रोपॉलिटन सिटी में पानी पुरी की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, क्योंकि घाटी में हैजा के मामले बढ़ गए हैं, जिसमें 12 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. ललितपुर मेट्रोपॉलिटन सिटी (एलएमसी) ने शनिवार को शहर में पानी पुरी की बिक्री और वितरण को रोकने का फैसला किया, यह दावा करते हुए कि पानी पुरी में इस्तेमाल किए गए पानी में हैजा के बैक्टीरिया पाए गए थे. नगर पुलिस प्रमुख सीताराम हचेथु (Sitaram Hachethu) के अनुसार, शहर में भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों और कॉरिडोर क्षेत्र में पानीपुरी की बिक्री रोकने के लिए आंतरिक तैयारी की गई है, जिसमें कहा गया है कि घाटी में हैजा फैलने का खतरा बढ़ गया है. यह भी पढ़ें: 12 मौतें दर्ज होने के बाद हैजा का टीका तैयार करेगा मलावी
स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्रालय के अनुसार, काठमांडू घाटी में सात और लोगों के हैजा संक्रमित पाए जाने के बाद रोगियों की कुल संख्या 12 तक पहुंच गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत महामारी विज्ञान और रोग नियंत्रण प्रभाग के निदेशक चुमानलाल दास के अनुसार, काठमांडू महानगर में हैजा के पांच मामलों की पहचान की गई है, और चंद्रगिरी नगर पालिका और बुधनिलकांठा नगर पालिका में एक-एक मामले की पहचान की गई है.
संक्रमितों का इलाज टेकू स्थित सुकरराज ट्रॉपिकल एंड इंफेक्शियस डिजीज हॉस्पिटल में चल रहा है. इससे पहले राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में हैजा के पांच मामले मिले थे. संक्रमितों में से दो को पहले ही इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है.
इस बीच, स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्रालय ने लोगों से आग्रह किया है कि हैजा के किसी भी लक्षण का अनुभव होने पर तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाएं. मंत्रालय ने सभी से सतर्क रहने अरु सावधानी बरतने का अनुरोध किया है, क्योंकि अतिसार, हैजा और अन्य जल जनित बीमारियां विशेष रूप से गर्मी और बरसात के मौसम में फैलती हैं.