Pakistan Election 2024: पाकिस्तान में आम चुनाव आज, सेना का नवाज शरीफ पर दांव, सुरक्षा को लेकर 650000 जवान तैनात

इस्लामाबाद, 7 फरवरी: पाकिस्तान में गुरुवार को होने वाले आमचुनाव के लिए पूरी तैयारियां कर ली गई हैं. मतदान सुबह आठ बजे शुरू हो जाएगा और शाम पांच बजे तक जारी रहेगा. इसके मद्देनजर देशभर में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की गई है ताकि लोग बिना किसी रोक-रुकावट के वोट डाल सकें.

नेशनल असेंबली की कुल 336 सीटों पर चुनाव होंगे. इन सीटों पर 266 उम्मीदवार वोटिंग से चुने जाएंगे. वहीं, असेंबली की 70 सीटें आरक्षित हैं. इनमें से 60 महिलाओं के लिए जबकि 10 गैर मुस्लिमों के लिए आरक्षित हैं. चुनाव जीतने वाली पार्टियां के अनुपात के आधार पर ये सीटें आवंटित की जाएंगी. पाकिस्तान के चार प्रांतों में कुल 749 सीटें हैं, जिनमें से 593 सीटों पर चुनाव होंगे.

इमरान खान के जेल में होने की वजह से मुख्य मुकाबला नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (N) और बिलावल भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के बीच माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ इस दौड़ में सबसे आगे हैं और वह चौथी बार पाकिस्तान की कुर्सी पर बैठ सकते हैं. इसकी बड़ी वजह सेना का उन्हें मिला बेतहाशा समर्थन है. पाकिस्तान: हत्या, फांसी, तख्तापलट..75 साल में बनें 29 प्रधानमंत्री, लेकिन कोई भी पूरा नहीं कर पाया 5 साल का कार्यकाल, जानें अधूरे सफर की पूरी कहानी

पाकिस्तान के एलेक्शन कमीशन के अनुसार, देश भर में 90,675 मतदान केंद्रों की स्थापना, मतदान कर्मचारियों के साथ-साथ सुरक्षा कर्मियों की तैनाती के साथ मतदान दिवस की सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं.

ईसीपी आंकड़ों के अनुसार, नेशनल असेंबली या देश की संसद के निचले सदन की 266 सामान्य सीटों के लिए कुल 5,121 उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे. प्रांतीय विधानसभाओं के लिए चार प्रांतों की 593 सामान्य सीटों के लिए कुल 12,695 उम्मीदवार प्रतिस्पर्धा करेंगे. चुनाव होने तक मीडिया पर सभी प्रकार के सर्वे के प्रकाशन पर प्रतिबंध है.

पाकिस्तान में होने वाले चुनाव के मद्देनजर देशभर में लगभग 650,000 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. चुनाव में देश के 12.85 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे.

पाकिस्तान के चुनावों में भारत बड़ा मुद्दा रहा है. नवाज शरीफ भारत से दोस्ती को अपने ट्रंप कार्ड की तरह पेश कर रहे हैं. जनता को याद दिला रहे हैं कि उनकी ही सरकार में अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर नरेंद्र मोदी तक पाकिस्तान आए थे. नवाज पाकिस्तान के मौजूदा हालात का ठीकरा इमरान के सिर फोड़ रहे हैं, जिन्होंने हिंदुस्तान से रिश्ते बिगाड़कर पाकिस्तान की जनता को महंगाई में झोंक गिया.

नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन ने अपने घोषणापत्र में भारत को 'शांति का संदेश' देने का वादा किया है. हालांकि इसमें ये शर्त भी रखी है कि भारत को कश्मीर का विशेष दर्जा लौटाना होगा. सवाल ये है कि चुनावों में भारत का कार्ड क्यों खेल रहे हैं नवाज शरीफ? क्या कश्मीर पर भारत के कड़े रुख के बावजूद वो भारत की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाएंगे?