कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने हिंदुओं के स्वास्तिक चिह्न को नफरत फैलाने वाला बताया है. पहले ही खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाकर उनकी वैश्विक स्तर पर निंदा ह चुकी है और अब उन्होंने हिंदुओं के प्रतीक चिह्नों, सनातन प्रतीकों पर भी हमला करना शुरू कर दिया है. ट्रूडो ने स्वास्तिक को नफरत फैलाने वाला चिह्न बता दिया. ट्रूडो ने कहा, नफरत फैलाने वाले चिह्नों को संसद के पास प्रदर्शित करने की इजाजत नहीं है. जस्टिन ट्रूडो के बयानों और आरोपों की वजह से पहले ही भारत और कनाडा के रिश्ते बिगड़ चुके हैं ऐसे में हिंदू प्रतीक चिह्न का अपमान रिश्तों को और बिगाड़ सकता है. India-Canada Row: आतंकी पन्नू की धमकी के बाद भारत ने कनाडा से एयर इंडिया उड़ानों की सुरक्षा बढ़ाने को कहा.
जस्टिन ट्रूडो ने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा, 'जब हम घृणित भाषा और कल्पना देखते या सुनते हैं, तो हमें इसकी निंदा करनी चाहिए. पार्लियामेंट हिल पर किसी व्यक्ति द्वारा स्वास्तिक का प्रदर्शन अस्वीकार्य है. कानाडाई लोगों को शांतिपूर्वक इकठ्ठा होने का अधिकार है- लेकिन हम यहूदी विरोधी भावना, इस्लामोफोबिया या किसी भी प्रकार की नफरत को बर्दाश्त नहीं कर सकते.'
जस्टिन ट्रूडो का ट्वीट
When we see or hear hateful language and imagery, we must condemn it. The display of a swastika by an individual on Parliament Hill is unacceptable. Canadians have the right to assemble peacefully – but we cannot tolerate antisemitism, Islamophobia, or hate of any kind.
— Justin Trudeau (@JustinTrudeau) November 5, 2023
सोशल मीडिया पर लोग ट्रूडो के इस पोस्ट की आलोचना कर रहे हैं. यूसर्स ने जस्टिन ट्रूडो की गलत धारणा के लिए उनकी निंदा की. कुछ यूजर्स ने कहा कि स्वस्तिक पवित्रता का चिन्ह है जबकि हकेनक्रेज नफरत का प्रतीक है.
यह पहली बार नहीं है कि जस्टिन ट्रूडो ने हिंदुओं के प्रतीक स्वास्तिक का अपमान किया है. इससे पहले भी ट्रूडो इसकी तुलना नाजियों के प्रतीक 'हकेनक्रेज' से की है. इससे पहले भी हिंदू संगठन उन्हें खा चुके हैं कि हिंदुओं के प्राचीन और शुभ प्रतीक 'स्वास्तिक' को नाजियों के प्रतीक 'हकेनक्रेज' (स्वास्तिक जैसा दिखने वाला प्रतीक) के साथ न मिलाएं.