प्रत्येक वर्ष विजयादशमी के दिन भारत के मुख्य-मुख्य हिस्सों में शाम के समय रावण, मेघनाद एवं कुंभकर्ण का पुतला जलाकर 'विजय पर्व' मनाया जाता है. ऐसा सदियों से होता आ रहा है. हममें से बहुत से लोग अपने निकटतम रावण-दहन का नजारा देखते हैं और आनंदित होते हैं. रावण दहन बच्चों से वृद्धों तक सभी को जाना चाहिए क्योंकि रावण-दहन हमें सत्य का साथ देने और धर्म के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है. रावण दहन देखते जाते समय छोटे बच्चों को भी ले जाना चाहिए और उन्हें पूरा रावण-दहन का सच्चा विवरण बताना चाहिए, कि किस तरह श्रीराम ने रावण का संहार कर लोगों के मन की पीड़ा को कम किया था. यह भी पढ़ें: Dussehra 2020 Greetings & HD Images in Hindi: अधर्म पर धर्म की जीत का पर्व है दशहरा, इन हिंदी GIF Wishes, WhatsApp Stickers, Facebook Messages, Wallpapers, Photo SMS के जरिए दें शुभकामनाएं
* रावण दहन देखने जाने से पूर्व स्नान-ध्यान कर नया वस्त्र पहनना चाहिए. इसके पश्चात भगवान श्रीराम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी का ध्यान एवं पूजन करके मस्तक पर तिलक लगाकर रावण-दहन देखने जाना चाहिए.
* बहुत-सी जगहों पर गिलकी (नेनुवा) के पकौड़े और गुड़ के गुलगुले बनाकर खिलाकर रावण-दहन देखने जाने का रिवाज है. यह मुंह मीठा कराने का एक खास अंदाज होता है.
* रावण दहन देखकर घर वापस लौटते समय शमी के पत्ते घर लाकर नाते-रिश्तेदारों को देते हुए दशहरे की शुभकामनाएं देना चाहिए अपने से बड़ों को शमी पत्ती देकर उनका पैर छूकर आशीर्वाद लेना चाहिए.
* दशहरे का दिन चूंकि हम 'विजय दिवस' के रूप में भी सेलीब्रेट करते हैं, इसलिए इस दिन घर में अंधेरा नहीं रखना चाहिए. घर के अंदर बाहर के सभी मुख्य स्थानों को दीयों और मोमबत्तियों से सजाना चाहिए. इसके अलावा एक दीपक मंदिर में भी जलाकर रखना चाहिए.
* सर्वविदित है कि इस दिन बुराई पर अच्छाई और अधर्म पर धर्म ने विजय हासिल की थी, इसलिए इस दिन को जीवन का सबसे प्रेरक दिन मानते हुए हमें भी भीतर के अधर्म एवं असत्य को खत्म करके अच्छे मार्ग पर चलने का प्रण लेना चाहिए.
* दशहरे के दिन घर में चंडीपाठ अथवा दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए, इससे घर में सुख शांति बनी रहती है, और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह रहता है, जो आपके बिगड़े कार्य को बनाता है.
* दशहरे के दिन बच्चों को नये वस्त्र, उपहार अथवा पैसे देने का भी प्रचलन है. इससे घर में खुशहाली आती है.
* रावण-दहन देखने जा रहे हैं तो आत्म सुरक्षा का भी ध्यान आपको रखना होगा. जलते पुतलों को दूर से ही देखना चाहिए.