04 May, 20:52 (IST)

चांद अभी तक नजर नहीं आया है. ऐसे में रमजान 2019 के लिए रोजे 6 मई से रखे जा सकते हैं.

Ramadan 2019: पवित्र रमजान महीने की शुरुआत चांद दिखाई देने पर छह मई से हो सकती है. इसके तहत मस्जिदों में तरावीह शुरू हो जाएगी और फिर मुस्लिम समाज रोजे रखना शुरू कर देगा. माना जाता है कि रमजान में जन्नत के दरवाजे खुल जाते हैं. इस महीने में की गई अल्लाह की इबादत का फल अन्य माह से दोगुना ज्यादा मिलता है. रमजान के महीने में सूर्योदय से सूर्यास्त तक बिना खाए पिए अल्लाह की इबादत में रोजा रखा जाता है. चांद निकलने के बाद शाम को इफ्तार किया जाता है. रमजान के महीने में जकात देना, कुरान पढ़ना, नमाज पढ़ना आदि कामों से अल्लाह खुश होते हैं और अपने बंदे के सारे गुनाह माफ कर देते हैं.

रमजान महीने की शुरुआत चांद के दीदार से शुरू और खत्म होती है. अरबी में रमजान शब्द का अर्थ है बहुत ज्यादा सुखा और बर्दाश्त न होनेवाली गर्मी. इस्लाम के मुताबिक अल्लाह उन लोगों के पिछले गुनाहों को माफ कर देता है, जो अच्छे इरादों के साथ अल्लाह की इबादत और रोजा रखते हैं. साफ दिल से रोजा रखने से मन और शरीर दोनों पाक हो जाता है. यह भी पढ़ें- गर्मियों में आ रहे हैं रमजान, रोजे के दौरान आहार में जरूर शामिल करें ये चीजें, बनें रहेंगे स्वस्थ और ऊर्जावान

इस्लाम में रमजान के महीने में झूठ, बुराई, लड़ाई-झगड़ा और गुनाहों से दूर रहने की सख्त हिदायत दी गई है. रमजान में गलत काम करने से रोजे का सबाब नहीं मिलता है. दुनिया भर के लोग परिवार और दोस्तों के साथ रमजान मनाते हैं.