Choti Diwali 2022 Wishes: इस साल छोटी दिवाली (Choti Diwali 2022), जिसे रूप चौदस (Roop Chaudas), काली चौदस (Kali Chaudas) या नरक चौदस (Narak Chaudas) जैसे कई नामों से भी जाना जाता है, इस साल 24 अक्टूबर को मनाई जाएगी. बच्चे इस दिन को पटाखे जलाकर मनाते हैं और महिलाएं घरों को सजाने के लिए आकर्षक रंगोली बनाती हैं. हम सभी जानते हैं कि इस दिन का हमारी आस्था और विश्वास से बहुत अधिक महत्व जुड़ा है. इसलिए, आप अपने दोस्तों, परिवार और रिश्तेदारों को बधाई दिए बिना इस दिन को बीतने नहीं दे सकते. यह भी पढ़ें: Dhanteras 2022: धनतेरस पर खरीदारी जरूर करें! लेकिन क्या खरीदना है, इस पर भी ध्यान दें! इन वस्तुओं की खरीदारी आपको संकट में डाल सकती है!
छोटी दिवाली पांच दिवसीय लंबे दिवाली समारोह का दूसरा दिन है. यह दिन भगवान कृष्ण, सत्यभामा और देवी काली द्वारा राक्षस राजा नरकासुर की हत्या की याद दिलाता है. यह दिन दिवाली के त्योहार की तरह ही दीयों और पटाखों के साथ मनाया जाता है. आप हैप्पी रूप चतुर्दशी मैसेज, छोटी दिवाली विशेज, छोटी दिवाली मैसेज और कोट्स, नरक चतुर्दशी विशेज अपने दोस्तों और प्रियजनों के साथ सांझा कर सकते हैं.इस छोटी दिवाली हम ले आए हैं कुछ बेहतरीन ग्रीटिंग्स और विशेज.
1- पल पल सुनहरे फूल खिले,
कभी न हो कांटो का सामना,
जिंदगी आपकी खुशियों से भरी रहे,
छोटी दिवाली पर है यही मनोकामना.
हैप्पी छोटी दीवाली
2- दीपक के प्रकाश की तरह,
आपके जीवन में चारों ओर रोशनी हो,
इस छोटी दिवाली के अवसर पर,
बस यही कामना है हमारी.
हैप्पी छोटी दीवाली
3- पूजा से भरी थाली है,
चारों ओर खुशहाली है,
आओ मिलके मनाएं ये दिन
आज छोटी दिवाली है...
हैप्पी छोटी दीवाली
4- सुख-संपदा आपके जीवन में आए,
लक्ष्मी जी आपके घर में समाएं,
भूल कर भी आपके जीवन में,
कभी दुःख न आए...
हैप्पी छोटी दीवाली
5- दीप जगमगाएं,
खुशियां झिलमिलाएं,
इस दिवाली के त्योहार पर,
लक्ष्मी जी आपके घर आएं...
हैप्पी छोटी दीवाली
काली चौदस का एक अर्थ है कार्तिक महीने के चौदहवें दिन की अंधेरी रात, जिस दिन जीवन से सभी बुराइयों को दूर करने के लिए देवी काली की पूजा की जाती है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन देवी काली ने क्रूर और दुष्ट रक्तविज का वध किया था. यह दिन सभी आलस्य और बुराई को दूर करने का प्रतीक है और जीवन में आशा और खुशी की रोशनी लाता है.
काली चौदस के दिन लोग सुबह सिर धोते हैं और बुरी नजर से बचाने के लिए आंखों में काजल लगाते हैं. लोग देवी काली को अर्पित करने के लिए अर्ध-पके हुए चावल या पोहा से व्यंजन भी तैयार करते हैं. यह दिन लोगों को अपनी कुल देवी को नैवेद्य चढ़ाते हैं. काली चौदस राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में प्रमुख रूप से मनाया जाता है.