Chhath Puja 2018: हर साल कार्तिक महीने में मनाए जाने वाले छठ पूजा के त्योहार का बहुत महत्व बताया जाता है. चार दिनों तक मनाए जाने वाले इस महापर्व के दौरान छठी मैया और सूर्य देव की उपासना की जाती है. मान्यता है कि छठ पर्व में सूर्य की उपासना करने से छठ माई प्रसन्न होती हैं और घर-परिवार में सुख-शांति व धन-धान्य की कभी कमी नहीं आती है. चार दिनों तक चलने वाले इस महापर्व को छठ पूजा, डाला छठ, छठी माई पूजा, सूर्य षष्ठी पूजा जैसे कई नामों से जाना जाता है.
दरअसल, कई तरह की पूजन सामग्रियों से छठ पूजा की जाती है. कहा जाता है कि षष्ठी देवी, छठ माई या कहें कि सूर्य षष्ठी के अवसर पर पूजन में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए. चलिए हम आपको बताते हैं ऐसी ही पांच चीजें, जिनके बिना छठ पूजा अधूरी मानी जाती है और व्रत का पूरा फल नहीं मिलता है.
क्यों की जाती है छठ पूजा?
कहा जाता है कि छठ पूजा में सूर्य देव की उपासना उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए की जाती है. सूर्य देव की कृपा से सेहत अच्छी रहती है और घर में धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती है. सूर्य की उपासना से छठ माई प्रसन्न होती हैं और विवाहित दंपत्तियों को संतान का सुख प्रदान करती हैं. इसके अलावा मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए भी यह व्रत किया जाता है. यह भी पढ़ें: Chhath Puja 2018: जानिए कौन हैं छठी मैया और कैसे शुरू हुई छठ के पर्व को मनाने की यह परंपरा
पूजन में जरूर रखें ये 5 चीजें
1- बांस की टोकरी
छठ पूजा में बांस की टोकरी का विशेष महत्व होता है. इस टोकरी में अर्घ्य व पूजन की सारी सामग्री रखी जाती है, जिसे पूजा स्थल तक सिर पर रखकर ले जाया जाता है.
2- ठेकुआ
पूजन में दूसरी सबसे महत्वपूर्ण चीज है ठेकुआ. गुड़ और गेहूं के आटे से बना ठेकुआ छठ पर्व का प्रमुख प्रसाद होता है. इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है.
3- गन्ना
छठ पूजा में पत्ते और जड़ समेत गन्ने का बहुत महत्व होता है. गन्ना छठ पूजन में उपयोग की जाने वाली प्रमुख सामग्री होती है. इससे अर्घ्य दिया जाता है और घाट पर घर भी बनाया जाता है. यह भी पढ़ें: Chhath Puja 2018: उपवास किए बिना भी आपको मिल सकता है छठ पूजा का फल, जानें कैसे?
4- केले का गुच्छा
केले के प्रसाद के बिना छठ की पूजा अधूरी मानी जाती है. पूजन के दौरान केले का पूरा गुच्छा छठी मैया को भेंट किया जाता है. इसलिए अपनी पूजा की थाली में केले का गुच्छा जरूर रखें.
5- जल व दूध का लोटा
छठ पूजा के दौरान सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया जाता है. इसलिए पूजन के दौरान शुद्ध जल और दूध का लोटा अपने साथ ले जाना न भूलें. इससे सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है और अर्घ्य ही इसी पूरी पूजा के केंद्र में होता है. यह भी पढ़ें: Chhath Puja 2018: चार दिनों तक मनाया जाएगा छठ का महापर्व, जानें तिथियां, शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
बरतें ये सावधानियां-
छठ का व्रत महिलाओं के साथ-साथ पुरुष भी रखते हैं और चार दिनों के इस महापर्व में व्रती लगातार चार दिन तक व्रत रखते हैं, लेकिन इस दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना भी आवश्यक है.
- इस व्रत के दौरान साफ-सफाई का ख्याल रखना आवश्यक है.
- इस दौरान पूर्ण रूप से सात्विकता का ध्यान रखना चाहिए.
- घर में किसी ने व्रत रखा है तो घर के बाकी लोगों को भी सात्विकता व स्वच्छता का पालन करना चाहिए.
- व्रत करने वाला अगर बीमार है तो इतना कठिन व्रत न करें. यह भी पढ़ें: Chhath Puja 2018: छठ पूजा से पहले जुटा लें ये आवश्यक पूजन सामग्रियां, देखें पूरी लिस्ट