नई दिल्ली: कोविड-19 (COVID-19) महामारी के बीच विदेश यात्रा की योजना बना रहे भारतीयों के लिए राहतभरी खबर है. भारत के वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को 15 और देशों ने मान्यता दे दी है. इसके साथ ही अब तक कुल 21 देशों ने भारत के वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को मान्यता देकर यात्रा को आसान बनाया है. COVID-19 Update: देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 10549 नए मामले सामने आये, कुल 488 मौते हुई
भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत के कोविड-19 वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की पारस्परिक मान्यता देने वाले देशों में 15 और नाम जुड़ गए है. इसमें ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, बेलारूस, जॉर्जिया, ईरान, कजाकिस्तान, लेबनान, नेपाल, निकारागुआ, फिलीपींस, सैन मैरिनो, सिंगापुर, स्विट्जरलैंड, तुर्की, यूक्रेन शामिल है. जबकि भारत के वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को फिलिस्तीन, एस्टोनिया, हंगरी, किर्गिस्तान, मॉरीशस, मंगोलिया ने पहले ही मान्यता दे दी थी.
कुछ दिन पहले ही भारत और नेपाल ने दो पड़ोसी देशों के पूर्ण रूप से वैक्सीनेशन करा चुके लोगों के लिए यात्रा संकट को कम करने के लिए कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की पारस्परिक मान्यता के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए.
15 more recognitions for India’s vaccination certificate; full list- Australia, Bangladesh, Belarus, Estonia, Georgia, Hungary, Iran, Kazakhstan, Kyrgyzstan, Lebanon,Mauritius,Mongolia,Nepal, Nicaragua, Palestine,Philippines,San Marino,Singapore, Switzerland,Turkey,Ukraine: MEA
— ANI (@ANI) November 25, 2021
उल्लेखनीय है कि भारत में वैक्सीनेशन को वर्तमान में 110 देशों द्वारा मान्यता प्राप्त है. वैक्सीनेशन की पारस्परिक मान्यता पर्यटन और व्यवसाय के लिए यात्रा को आसान बनाता है, जिससे आर्थिक सुधार को बढ़ावा मिलता है, जिसकी दुनिया को सख्त जरूरत है.
भारत में स्वीकृत 6 कोरोना रोधी वैक्सीन में से 2 स्वदेशी रूप से विकसित हैं. जबकि अब तक 82 फीसदी भारतीयों को वैक्सीन की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है और 44 फीसदी भारतीयों को पूरी तरह से वैक्सीनेशन हो चूका है. यानी लगभग 1.2 अरब वैक्सीन की खुराकें भारतीयों को दी जा चुकी हैं. वहीं, वैक्सीन मैत्री पहल के तहत भारत की तरफ से 95 देशों को 6.63 करोड़ खुराक भेजी गई हैं.