Mahakumbh 2025: प्रयागराज में आज से सबसे बड़े पर्व महाकुंभ की शुरुआत हो गई. पीएम मोदी और सीएम योगी ने इस खास मौके पर श्रद्धालुओं को बधाई दी है. प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा,"पौष पूर्णिमा पर पवित्र स्नान के साथ ही आज से प्रयागराज की पुण्यभूमि पर महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है. हमारी आस्था और संस्कृति से जुड़े इस दिव्य अवसर पर मैं सभी श्रद्धालुओं का हृदय से वंदन और अभिनंदन करता हूं. भारतीय आध्यात्मिक परंपरा का यह विराट उत्सव आप सभी के जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करे, यही कामना है.
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा, "पौष पूर्णिमा की बधाई. विश्व के विशालतम आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम 'महाकुंभ' का आज से तीर्थराज प्रयागराज में शुभारंभ हो रहा है। अनेकता में एकता की अनुभूति के लिए, आस्था और आधुनिकता के संगम में साधना एवं पवित्र स्नान के लिए पधारे सभी पूज्य संतों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का हार्दिक स्वागत है। माँ गंगा आप सभी की मनोकामना पूर्ण करें. महाकुंभ प्रयागराज के शुभारंभ एवं प्रथम स्नान की मंगलमय शुभकामनाएं। #सनातन_गर्व #महाकुंभ_पर्व" यह भी पढ़े: Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 का हो गया आगाज, संगम नगरी प्रयागराज में उमड़ा आस्था का सैलाब; पौष पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने लगाई पवित्र डुबकी (Watch Video)
कुंभ मेला 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा
महाकुंभ भारत की पौराणिक परंपराओं और आध्यात्मिक विरासत का उत्सव है. हर 12 वर्ष पर प्रयागराज में संगम के किनारे महाकुंभ का आयोजन होता है, जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का मिलन होता है. महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी, 2025 से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलेगा.
दुनिया भर से 40 करोड़ लोगों के आने की उम्मीद
महाकुंभ 2025 में दुनिया भर से लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. यह धार्मिक आयोजन विश्व का सबसे बड़ा और अभूतपूर्व आध्यात्मिक समागम बनता है, जिसमें लाखों लोग एकत्र होकर पुण्य स्नान करते हैं और धार्मिक अनुष्ठान करते .
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
महाकुंभ की विशालता को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. अधिकारियों ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक प्लान तैयार किया है. पुलिस बल, ड्रोन निगरानी, सीसीटीवी और अन्य अत्याधुनिक तकनीकी उपायों का इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि सभी लोग सुरक्षित रूप से धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कर सकें.