आरपीएफ ने ट्रेन यात्रा के दौरान महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए "मेरीसहेली" आभियान की पहल की है. यात्रा के दौरान, RPF कर्मचारी आपातकालीन स्थिति में हेल्पलाइन नंबर - 182 और सुरक्षा नियंत्रण के उपयोग के बारे में महिला यात्रियों की काउंसलिंग करेंगे. इसके लिए आरपीएफ की महिला विंग को तैयार की गया है, ये विंग महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करेगी. मेरी सहेली अभियान' के तहत रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) टीम महिला यात्रियों को जागरुक करेगी. इससे ट्रेन में होने वाले अपराधों में कमी आएगी. यह भी पढ़ें: रेलवे सुरक्षा बल ने भर्ती किए 10,500 जवान, 50 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित
ट्रेन में अकेले यात्रा करने वाली महिलाओं को अब डरने की कोई जरुरत नहीं है. रेलवे के मुताबिक अकेले यात्रा करने वाली महिलाओं को आरपीएफ टीम सुरक्षा हेल्पलाइन नम्बर 182, जीआरपी सुरक्षा हेल्पलाइन नम्बर 1512 और अन्य सावधानियों के बारे में जानकारी दी जाएगी. मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि “मेरी सहेली” अभियान का उद्देश्य ट्रेनों में अकेले यात्रा करने वाली महिला यात्रियों को उनकी पूरी यात्रा में गंतव्य स्टेशन तक बेहतरीन सुरक्षा प्रदान करना है.
देखें ट्वीट:
RPF has launched "MeriSaheli" initiative for the security of lady passengers during train journey.
During the journey, RPF staff is counselling lady passengers about the use of Helpline no.182 & Security Control in case of emergency. pic.twitter.com/R12BOmA3q7
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) October 27, 2020
सुमित ठाकुर ने कहा कि पश्चिम रेलवे द्वारा यह अनूठी पहल मुख्य रूप से 12955 मुंबई सेंट्रल - जयपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस और 02925 बांद्रा टर्मिनस - अमृतसर स्पेशल दो ट्रेनों में शुरू की गई है. उन्होंने कहा कि यात्रा के अंत में महिला यात्रियों से उनके यात्रा के अनुभव और उठाए गए सुरक्षा उपायों के बारे में प्रतिक्रिया ली जाएगी. “मेरी सहेली” अभियान न केवल महिला यात्रियों को सुरक्षा प्रदान करेगी, बल्कि उन्हें मानसिक शांति, आरामदायक और सुखद यात्रा का अनुभव भी देगी.