राजस्थान: रेलवे भर्ती परीक्षा में डमी कैंडिडेट का खेल! 15 लाख देकर मिली नौकरी, CBI की रेड में मिले अहम सबूत

रेलवे भर्ती परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठाकर फर्जी तरीके से नौकरी पाने के मामले में सीबीआई ने राजस्थान के तीन जिलों—कोटा, करौली और अलवर में छापेमारी की. सीबीआई की टीमों ने शुक्रवार को इन जिलों में आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और सबूत जब्त किए. सीबीआई को शक है कि इस फर्जीवाड़े में कुछ रेलवे अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं.

फर्जीवाड़े की शिकायत पर हुई जांच

सीबीआई को रेलवे विजिलेंस पश्चिम मध्य रेलवे मुख्यालय, जबलपुर (मध्यप्रदेश) से शिकायत मिली थी कि कोटा मंडल के पॉइंटमैन (सोगरिया) ने डमी कैंडिडेट और रेलवे के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जी तरीके से रेलवे में नौकरी हासिल की. आरोप है कि भर्ती परीक्षा में डमी कैंडिडेट ने असली उम्मीदवार की जगह परीक्षा दी और चयन प्रक्रिया में नकली पहचान, फिंगरप्रिंट और फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया.

इसके बाद, सीबीआई ने अज्ञात रेलवे अधिकारियों और निजी व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया और छापेमारी शुरू की.

सीबीआई की छापेमारी: क्या मिला?

सूत्रों के अनुसार, सीबीआई की एक टीम शुक्रवार दोपहर को कोटा पहुंची और भदाना रोड स्थित अमरूदों का बाग इलाके में एक रेलवे कर्मचारी के घर पर तलाशी ली. यह टीम तीन गाड़ियों में आई थी और महिला कॉन्स्टेबल भी शामिल थीं. लगभग ढाई घंटे की जांच-पड़ताल के बाद टीम वहां से रवाना हुई.

इसके अलावा, सीबीआई ने करौली और अलवर जिलों में भी छापेमारी की. टीम ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और अन्य सबूत बरामद किए, जो इस फर्जीवाड़े में रेलवे अधिकारियों की संलिप्तता की ओर इशारा कर सकते हैं. हालांकि, इस मामले में अब तक किसी की आधिकारिक गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है.

पति ने पत्नी पर लगाया डमी कैंडिडेट से परीक्षा दिलाने का आरोप

इस मामले में कोटा में एक अलग घटना सामने आई, जहां मनीष मीणा नाम के व्यक्ति ने अपनी पत्नी सपना मीणा पर डमी कैंडिडेट के जरिए रेलवे की नौकरी पाने का आरोप लगाया. मनीष का दावा था कि उसकी पत्नी, जो सवाई माधोपुर की रहने वाली है, ने 2019 में आरआरबी अजमेर से ग्रुप डी की भर्ती के लिए आवेदन किया था.

मनीष ने आरोप लगाया कि परीक्षा के दौरान उसकी पत्नी ने एक दूसरी लड़की को पैसे देकर परीक्षा में बैठाया. इसके लिए उसने अपने एक रिश्तेदार, जो रेलवे में कार्यरत है, की मदद ली और 15 लाख रुपये में डमी कैंडिडेट की व्यवस्था की. मनीष ने आरोप लगाया कि नौकरी लगने के बाद उसकी पत्नी ने उसे छोड़ दिया.

नौकरी से सस्पेंड हुई सपना मीणा

पति की शिकायत के बाद रेलवे प्रशासन ने सपना मीणा को नौकरी से सस्पेंड कर दिया. मनीष ने दावा किया कि उसने जमीन गिरवी रखकर 15 लाख रुपये का कर्ज लिया था, ताकि उसकी पत्नी को सरकारी नौकरी मिल सके. लेकिन नौकरी लगने के बाद उसने पति को छोड़ दिया.

सीबीआई की जांच जारी

सीबीआई अब इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कितने लोग इस फर्जीवाड़े में शामिल थे. साथ ही, रेलवे अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है. इस छापेमारी से यह साफ हो गया है कि रेलवे भर्ती में फर्जीवाड़े को लेकर सरकार अब सख्त रुख अपना रही है.