Dog Registration: गाजियाबाद नगर निगम में कुत्तों के रजिस्ट्रेशन का काम है इस वक्त तेजी से चल रहा है. लोग ऑनलाइन बैठकर अपने कुत्तों के रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं. रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए कुत्तों का वैक्सीनेशन कार्ड अपलोड करना बहुत जरूरी है. बिना वैक्सीनेशन कार्ड के उसके करीब 400 कुत्तों के रजिस्ट्रेशन कैंसिल हुए हैं. अभी तक करीब 3000 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं, जिनमें 50 परसेंट से ज्यादा वह कुत्ते हैं जिनको खतरनाक नस्ल का माना जाता है. इनमें रॉटविलर, साइबेरियन हस्की, जर्मन शेफर्ड जैसी नस्लों के कुत्तों को पालना लोग ज्यादा पसंद कर रहे हैं. शहर में कुल 20 हजार से ज्यादा कुत्ते हैं। इनमें से अब तक करीब 3000 का पंजीकरण हुआ है. जिसमें से इनमें करीब 50 फीसदी खतरनाक नस्ल के हैं. शहर में कुल 70 नस्लों के कुत्ते पाले जा रहे हैं.
गाजियाबाद में पिटबुल कुत्ते द्वारा की गई वारदात के बाद प्रशासन काफी सख्त हो चुका है और लोगों से अपील की गई है कि ज्यादा से ज्यादा वह अपने पालतू कुत्तों के रजिस्ट्रेशन कराएं और उनके व्यक्ति नेशन कार्ड को अपलोड करें. पिटबुल नस्ल के कुत्तों के अब तक करीब 22 कुत्तों का ही पंजीकरण कराया हुआ है. निगम ने सख्ती दिखाई जिस पर सात दिन में 600 कुत्तों का पंजीकरण हुआ है। पंजीकृत कुत्तों में पिटबुल, रॉट विलर, बॉक्सर, जर्मन शेफर्ड, ग्रेटडेन, बुल मेस्टिफ जैसी विदेशी और गुस्सैल नस्ल के शामिल हैं. यह भी पढ़े: Ghaziabad: लिफ्ट के अंदर बच्चे को पालतू कुत्ते ने काटा, अब मालकिन पर लगा 5,000 रुपये का जुर्माना
हालांकि, पहले नंबर पर शांत मानी जाने वाली नस्ल लेब्राडोर है, जिसके 793 कुत्ते पंजीकृत हैं। इसी तरह की अन्य नस्ल पॉमेरियन, पग, पूडल, ल्हासा के कुत्ते कम संख्या में हैं. पंजीकृत कुत्तों में बुल टेरियर नस्ल के 13, बुलडॉग के नौ, बुल मेस्टिफ के 10, डॉलमिशन के 13, ग्रेटडेन के 10, मेस्टिफ के 10, सेंट बर्नाड 16, तिब्बतियन मेस्टिफ का एक और स्टेफोर्डशेर बुल टेरियर के आठ हैं.
नगर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी के मुताबिक शहर में आक्रामक प्रजाति के कुत्तों के पालने का चलन बढ़ा है। ऐसे कुत्तों को प्रशिक्षण दिलाया जाना अनिवार्य किए जाने पर विचार किया जा रहा है, ताकि इनको नियंत्रण में रखा जा सके.