देशभर छठ पर्व की धूम है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देशवासियों को छठ पूजा पर बधाई दी है. राष्ट्रपति ने ट्वीट कर छठ की शुभकामनाएं दी. राष्ट्रपति ने अपने ट्वीट में लिखा, 'छठ पूजा के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं. आइए, छठ पूजा पर भगवान सूर्य, नदियों और धरती मां के प्रति हम अपनी आस्था प्रकट करें. मेरी कामना है कि यह पर्व हम सभी के जीवन में खुशहाली लाए तथा हमें प्रकृति का सम्मान करने के लिए प्रेरित करे.' छठ पूजा सूर्य देवता और छठी मईया (Chhath Maiya) को समर्पित है. नहाय-खाय के साथ इस पर्व की शुरुआत हो चुकी है.
शनिवार 2 नवंबर को पहला अर्घ्य दिया जाएगा और 3 नवंबर को दूसरा अर्घ्य देने के साथ ही इस पर्व का समापन होगा. छठ पूजा मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों में मनाया जाता है. इसे प्रकृति का त्योहार और मन्नतों को पूर्ण करने वाला पर्व कहा जाता है. छठ पूजा एक ऐसा अनूठा पर्व है जिसमें सूर्य, नदियों की उपासना के माध्यम से प्रकृति की आराधना की जाती है. करीब 36 घंटे तक कठोर निर्जल व्रत रखकर व्रती सूर्य देव और छठी मईया की उपासना करते हैं.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का ट्वीट-
Greetings and good wishes to fellow citizens on Chhath Pooja. Let this Chhath Pooja be an occasion to express our devotion to Sun God, Mother Earth and rivers. May this festival bring happiness to everyone’s life and inspire us to respect the nature more #PresidentKovind
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 2, 2019
छठ पूजा के तीसरे दिन व्रती छठी मईया के गीत गाते हुए नदी, तालाब पर बने घाट पर जाते हैं. इस दौरान पुरुष पूजा की सामग्री से भरी टोकरी अपने सिर पर रखकर चलते हैं. छठ पूजा की शुरूआत कठोर उपवास से होती है और व्रत पूरा होने पर पवित्र स्नान की परंपरा है. श्रद्धालुओं की मान्यता है कि इस व्रत के माध्यम से मन निर्मल हो जाता है.