Bihar: कोरोना की घातक लहर के बीच तेजस्वी यादव का नीतीश कुमार से सवाल, पूछा- बिहार की स्वास्थ्य सेवा ICU में भर्ती क्यों है?
तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार (Photo Credits-Twitter)

बिहार (Bihar) में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने राज्य में कोरोना की घातक लहर और सूबे की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, 'बिहार की बदहाल महाभ्रष्ट स्वास्थ्य व्यवस्था पर आप स्वयं एक नजर डालिए तथा 16 वर्षों के मुख्यमंत्री की झूठी बनावटी बातों से इसकी तुलना कीजिए. एक थका हारा और अनुकंपा पर बहाल मुख्यमंत्री इतनी सफेद झूठ बोलने की हिम्मत कहां से जुटाता है? निसंदेह यह किसी शोध का विषय होना चाहिए.' यह भी पढ़ें- Bihar: कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच बिहार सरकार का फैसला, पूरे प्रदेश में नाइट कफ्यू की घोषणा.

उन्होंने अपने अगले ट्वीट में लिखा, 'मुख्यमंत्री जी, जितनी ऊर्जा व जुगत आप विपक्षियों को फंसाने, जोड़ तोड़ तथा नीति, नियम, सिद्धांत और विचार त्याग अपनी जर्जर कुर्सी के टूटे पाये ठीक करने में लगाते है अगर उसका एक फीसदी भी स्वास्थ्य संरचना और व्यवस्था ठीक करने में लगाते तो बिहारवासियों को बिन ईलाज नहीं मरना पड़ता.'

तेजस्वी यादव का ट्वीट-

तेजस्वी यादव ने अपने एक और ट्वीट में लिखा, 'क्या नीतीश जी के पास 12 करोड़ बिहारवासियों के वाजिब सवालों का जवाब है? क्या 16 वर्षों के मुख्यमंत्री यह बता सकते है कि विगत एक वर्ष में वह ऑक्सीजन तक की उपलब्धता सुनिश्चित क्यों नहीं करा सके? कोरोना प्रबंधन को लेकर वह क्या कर रहे थे? बिहार की स्वास्थ्य सेवा ICU में भर्ती क्यों है?'

उल्लेखनीय है कि बिहार में भी कोरोना के कारण स्थिति बेहद भयावह हो चुकी है. राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पिछले 24 घंटे के दौरान 27 और व्यक्ति की मौत हो जाने से इससे मरने वालों की संख्या रविवार को 1749 तक पहुंच गई जबकि 8690 नए मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या बढकर 324117 हो गई. उधर, कोरोना के कहर को देखते हुए सीएम नीतीश कुमार ने रविवार को कहा कि पूरे प्रदेश में रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक कर्फ़्यू लगाने, स्कूल और कॉलेज 15 मई तक बंद रखे जाने के साथ-साथ आवश्यकता अनुसार धारा 144 लागू करने का अधिकार जिला प्रशासन को दिए जाने सहित कई अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं.