Maharashtra Politics: शिवसेना नेता और विधायक आदित्य ठाकरे सोमवार को छत्रपति संभाजीनगर के दौरे पर हैं. भाजपा ने आदित्य ठाकरे के इस दौरे का विरोध किया. इसके बाद छत्रपति संभाजीनगर (औरंगाबाद) में शिवसेना (यूबीटी) और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई हो गई. पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया और दोनों पार्टी के कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया. बता दें कि रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महाराष्ट्र दौरे के दौरान उद्धव ठाकरे की शिवसेना और इंडिया ब्लॉक के कार्यकर्ताओं ने काले कपड़े पहनकर एयरपोर्ट के सामने विरोध प्रदर्शन किया था.
विरोध प्रदर्शन के दौरान महाराष्ट्र विधान परिषद के विपक्षी नेता अंबादास दानवे को हिरासत में लिया गया। आदित्य ठाकरे छत्रपति संभाजीनगर के राम इंटरनेशनल होटल में ठहरे थे. सोमवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने आदित्य ठाकरे के दौरे का विरोध किया. ये विरोध रविवार को पीएम मोदी के दौरे का विरोध करने के लिए किया गया. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को महाराष्ट्र के जलगांव में एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने महिला सुरक्षा का मुद्दा उठाया. पीएम मोदी ने कहा, "आज मैं एक बार फिर देश के हर राजनीतिक दल और राज्य सरकार से कहूंगा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध एक अक्षम्य पाप है. जो भी दोषी है, उसे बख्शा नहीं जाना चाहिए. जो भी उसकी किसी भी तरह से मदद करते हैं, उन्हें भी नहीं बख्शा जाना चाहिए." यह भी पढ़ें: MP CM Mohan Yadav: ‘भारत में रहना होगा तो राम और कृष्ण की जय कहना होगा’, जन्माष्टमी पर आयोजित कार्यक्रम में बोले सीएम मोहन यादव (Watch Video)
यहां देखें वीडियो:
VIDEO | A scuffle broke out between Shiv Sena (UBT) and BJP workers in Chhatrapati Sambhajinagar (Aurangabad) earlier today after the latter protested against Aaditya Thackeray's visit to the city. pic.twitter.com/W38JhXJct0
— Press Trust of India (@PTI_News) August 26, 2024
उन्होंने कहा कि चाहे अस्पताल हो, स्कूल हो, दफ्तर हो या पुलिस व्यवस्था... किसी भी स्तर पर लापरवाही के लिए सभी की जवाबदेही तय होनी चाहिए. हमारी सरकार भी महिलाओं पर अत्याचार करने वालों को सख्त से सख्त सजा देने के लिए लगातार कानूनों को सख्त बना रही है. पीएम मोदी ने आगे जोर देकर कहा था कि महाराष्ट्र की माताएं और बहनें राज्य की गौरवशाली संस्कृति और परंपराओं को दर्शाती हैं. इस बात पर जोर देते हुए कि लखपति दीदी अभियान सिर्फ माताओं और बहनों की आय बढ़ाने का एक तरीका नहीं है, बल्कि परिवार और आने वाली पीढ़ियों को मजबूत करने का एक महाअभियान है, प्रधानमंत्री ने कहा था कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बदल रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा, "यहां मौजूद हर महिला जानती है कि जब वह आजीविका कमाना शुरू करती है, तो समाज में उसका सामाजिक दर्जा बढ़ जाता है.