
अमरोहा, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के बाजार में एक बीजेपी नेता ने जमकर दबंगई दिखाते हुए पड़ोस की दूकान में अपनी पत्नी, नौकर और बेटे के साथ घुसकर दुकानदार के साथ मारपीट की. इस घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. इस दौरान नेता की पत्नी ने भी चप्पल और वाइपर से दुसरे दुकानदार पर हमला किया. जानकारी के मुताबिक़ नगर कोतवाली क्षेत्र के बड़ा बाजार इलाके में भाजपा नेता राकेश वर्मा, उनकी पत्नी, बेटा और नौकर ने पड़ोस के दुकानदार व उनके परिवार पर हमला कर दिया. मामूली कहासुनी ने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया.प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विवाद के दौरान भाजपा नेता की पत्नी ने चप्पल और वाइपर से हमला किया, वहीं बेटा और नौकर भी मारपीट में पीछे नहीं रहे. पीड़ित दुकानदार कपिल वर्मा, उनके बेटे और नौकर को बुरी तरह पीटा गया. ये पूरी घटना दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है.
इस दौरान कुछ लोगों के इस मारपीट में कपड़े भी फट गए. इस वीडियो को सोशल मीडिया X पर @NNBharatvarsh नाम के हैंडल से शेयर किया गया है. ये भी पढ़े:VIDEO: आगरा में बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच चले लाठी और डंडे, जमकर हुई मारपीट, वीडियो वायरल
बीजेपी नेता ने परिवार के साथ मिलकर दुकानदार से की मारपीट
अमरोहा में भाजपा नेता राकेश वर्मा ने अपने पूरे परिवार के साथ मिलकर एक दुकानदार को उसकी दुकान में घुसकर पीटा !
बीजेपी परिवार ने दुकानदार को वाइपर व चप्पलो से किया वार ! #amroha #bjpleader #rakeshverma #vuralvedio pic.twitter.com/Yrv9LHRmGp
— News Now Bharatvarsh (@NNBharatvarsh) June 11, 2025
पुलिस चौकी के सामने हुई मारपीट
हैरान करने वाली बात यह है कि यह पूरी वारदात स्थानीय पुलिस चौकी के ठीक सामने घटी, लेकिन फिर भी अब तक कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है. न तो एफआईआर दर्ज की गई है, और न ही किसी की गिरफ्तारी हुई है. इससे आम जनता में रोष है और पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं.
पुराना मामला बताकर टालने की कोशिश
जब मीडिया ने पुलिस से इस घटना पर जवाब मांगा तो क्षेत्राधिकारी ने इसे पुराना मामला बताकर पल्ला झाड़ने की कोशिश की. लेकिन वायरल वीडियो ने लोगों के गुस्से को और भड़का दिया है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि आरोपी का राजनीतिक रसूख ही कार्रवाई में देरी की वजह बन रहा है.
जांच की बात कर रही पुलिस
फिलहाल पुलिस जांच की बात कर रही है, लेकिन पीड़ित परिवार को अब भी न्याय की उम्मीद कम दिखाई दे रही है. जनता की मांग है कि राजनीतिक प्रभाव की परवाह किए बिना दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि आम जनता का कानून पर भरोसा कायम रह सके.