पीएम मोदी ने 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी पर सवाल उठा रहे लोगों को बताया पेशेवर निराशावादी, कहा- देश की ताकत को कम आंकना गलत
पीएम मोदी (Photo Credits: IANS)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) चुनाव जीतने बाद शनिवार को दूसरी बार वाराणसी (Varanasi) पहुंचे हैं. पीएम मोदी ने यहां बाबतपुर एयरपोर्ट पर लगाई गई पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की मूर्ति का अनावरण किया. प्रतिमा अनावरण के बाद प्रधानमंत्री मोदी मुख्यमंत्री योगी के साथ वाराणसी के हरहुआ स्थित प्राथमिक विद्यालय पहुंचे. वहां पर उन्होंने आनंद कानन की नवग्रह वाटिका में पौधरोपण अभियान की शुरुआत की. मोदी ने विधि विधान के साथ पौधरोपण किया. इसके बाद पीएम मोदी ने बीजेपी के सदस्यता अभियान की शुरुआत की. पीएम मोदी ने इस दौरान बजट पर लोगों को संबोधित किया.

एक राष्ट्र के तौर पर हमारे सामूहिक प्रयास हमें 5 वर्ष में 5 ट्रिलियन डॉलर के आर्थिक पड़ाव तक जरूर पहुंचाएंगे. लेकिन कुछ लोग कहते हैं कि इसकी क्या जरूरत है. ये सब क्यों किया जा रहा है. ये वो वर्ग है जिन्हें हम 'पेशेवर निराशावादी' भी कह सकते हैं.

पीएम मोदी ने कहा आप किसी सामान्य व्यक्ति के पास समस्या लेकर जाएंगे तो वो आपको समाधान देगा. लेकिन पेशेवर निराशावादियों के पास आप समाधान लेकर जाएंगे तो वो उसे समस्या में बदल देंगे. देश को ऐसे नकारात्मक लोगों से सतर्क रहने की जरूरत है.

पीएम ने कहा देश बड़े संकल्पों और बड़े लक्ष्य की प्राप्ति से ही आगे बढ़ता है. इच्छा शक्ति चाहिए कि जो ठान लिया, वो ठान लिया. फिर उस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए खुद को समर्पित कर देना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा 5-6 साल पहले जब उत्तराखंड में तबाही आई थी तो क्या स्थिति थी ? कहा जाता था कि केदारनाथ में अब यात्री नहीं आ पाएंगे. लेकिन देखिए पहले से ज्यादा यात्री अब वहां दर्शन के लिए जा रहे हैं. इस देश की ताकत को कम आंकना गलत है.

पीएम मोदी ने कहा कुछ साल पहले क्या किसी व्यक्ति ने सोचा था कि इज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में भारत का स्थान 142 से 77 हो जाएगा. प्रत्यक्ष विदेश निवेश को लेकर भी हमने लक्ष्यों को प्राप्त करके दिखाया.

पीएम मोदी ने कहा आखिर क्यों हमारा देश बाहर से, खाने वाला तेल मंगवाए? मैं जानता हूं, अगर देश का किसान ठान ले, अपनी जमीन के दसवें हिस्से को भी तिलहन के लिए समर्पित कर दें, तो तेल आयात में बहुत बड़ा फर्क आ जाएगा. पीएम ने कहा जनता की ताकत असंभव को संभव बना सकती है. एक समय था जब देश अनाज के संकट से जूझ रहा था. विदेशों से अनाज मंगवाना पड़ता था. उसी दौर में शास्त्री जी ने जय जवान-जय किसान का आह्वान किया और देश के किसानों ने अनाज के भंडार भर दिए.

पीएम ने कहा पिछले 5 वर्षों में डेढ़ करोड़ से अधिक गरीबों को पक्के घर हमारी सरकार ने दिए हैं. अगर पहले की सरकारों के समय वाली रफ्तार रहती तो एक-दो पीढ़ी और इन घरों को बनाने में निकल जाती. लेकिन हमने दिखाया है कि तेज गति से काम कैसे किया जाता है.

पीएम मोदी ने कहा आज से जो सदस्यता अभियान शुरु हो रहा है उसके मूल में भी यही भावना है. दल के साथ देश के दूत बनकर हमें काम करना है. सदस्यता अभियान को हम राष्ट्र की प्रगति के लिए विश्वास, दोस्ती और बंधुत्व का मजबूत सूत्र मानते हैं. एक कार्यकर्ता के तौर पर बीजेपी का सदस्य होने के नाते अपने आपको हमें कभी कम नहीं आंकना चाहिए. बीजेपी का कार्यकर्ता कमाल कर सकता है. आज अगर हमें विजय मिल रही है तो इसके पीछे कार्यकर्ताओं का खून पसीना ही है.