नई दिल्ली: महाराष्ट्र (Maharashtra) और हरियाणा (Haryana) राज्य के लिए बुधवार का दिन बेहद अहम रहा. दोनों राज्यों में 21 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे (Assembly Election Results 2019) सामने आ गए है. दोनों ही राज्यों में बीजेपी (BJP) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. जनता ने महाराष्ट्र में एक बार फिर सत्ता की कमान बीजेपी और उसकी सहयोगी शिवसेना के हाथ में सौंपी है. जबकि हरियाणा में किसी भी दल को बहुमत का आंकड़ा नहीं मिला है. हालांकि बीजेपी सत्ता के बिलकुल करीब है.
चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक रात 8 बजे तक बीजेपी ने 288 सदस्यीय विधानसभा की 83 सीटे जीत ली है, जबकि 22 सीटों पर आगे चल रही है. जिनपर पर भी जीत होना तय है. इस हिसाब से बीजेपी को कुल 105 सीटें मिलती दिख रही है. वहीं शिवसेना को 56 सीटें मिलती नजर आ रही हैं, इनमें 53 सीटों पर घोषित परिणाम में वह जीत दर्ज कर चुकी है. एनसीपी को 54 सीटें मिलती दिख रही हैं और इनमें 46 पर घोषित नतीजों में उसके प्रत्याशी जीत चुके हैं. जबकि 44 सीटें कांग्रेस के खाते में आने का अनुमान हैं और इनमें 35 पर घोषित परिणामों में वह जीत चुकी है. इसके अलावा 13 निर्दलीय उम्मीदवार भी जीते है.
साल 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 122 सीटों पर जीत दर्ज की थी, शिवसेना ने 63, कांग्रेस ने 42 और एनसीपी ने 41 सीटें जीती थीं. तब बीजेपी और शिवसेना ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था. हालांकि शिवसेना राज्य में फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार के गठन के करीब एक महीने बाद इसका हिस्सा बनी थी. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019: पंकजा मुंडे समेत फडणवीस सरकार के इन छह मंत्रियों की चली गई सीट, जनता ने नाकारा
उधर, हरियाणा में त्रिशंकु विधानसभा की संभावना नजर आ रही है जहां जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) प्रमुख दुष्यंत चौटाला ‘‘किंगमेकर’’ की भूमिका निभा सकते है. अब तक के आए आंकड़ों के अनुसार बीजेपी ने 40 सीटों पर जीत रही है. बीजेपी की प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस ने 31 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने 10 सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं निर्दलीयों सहित नौ अन्य ने भी चुनावों में सफलता पाई है.
खबरों की मानें तो हरियाणा में सत्तारूढ़ बीजेपी गुरुवार रात तक सरकार बनाने का दावा पेश करेगी. हालांकि, बीजेपी 90 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के आंकड़े से छह सीट दूर है. लेकिन इसके बावजूद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर फिर सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य से मुलाकात कर सकते है.
सूबे में साल 2014 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव पर ध्यान दें तो बीजेपी ने 47 सीटों पर जीत दर्ज कर, अपने दम पर सरकार बनाई थी. जबकि कांग्रेस को महज 15 सीटों के साथ संतोष करना पड़ा था. वहीं इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) ने 19 सीटों पर जीत हासिल की थी और बहुजन समाज पार्टी तथा शिरोमणि अकाली दल को भी एक-एक सीट मिली थी. जबकि पांच निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे.