बिहार (Bihar) में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर (Corona Second Wave) घातक होते जा रही है. लोग अस्पताल, बेड, ऑक्सीजन (Oxygen) और दवाइयों के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं एवं प्रशासन और सरकार से गुहार लगा रहे हैं. इस बीच, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि इतना असहाय, असमर्थ कभी अनुभव नहीं किया. एक इंसान होने के नाते चाहकर भी गुहार लगा रहे, मदद मांग रहे, तड़प रहे सभी जरूरतमंदो की मदद नहीं कर पा रहा. अस्पतालों (Hospitals) में फोन लगवाओ तो जवाब आता है- 'कुछ नहीं कर सकते सर! बेड नहीं है. इंजेक्शन (Injection) नहीं है, ऑक्सीजन नहीं है. कैसे मदद करें?' यह भी पढ़ें- Bihar: कोरोना की घातक लहर के बीच तेजस्वी यादव का नीतीश कुमार से सवाल, पूछा- बिहार की स्वास्थ्य सेवा ICU में भर्ती क्यों है?
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी और कार्यकर्ता लोगों की मदद कर रहे है लेकिन एक सीमा के बाद ऑक्सिजन नहीं मिल पाती, अस्पतालों में बेड नहीं मिल पाते. हम सीमित संसाधनों के साथ लोगों की मदद करने के लिए आगे बढ़ते हैं तो हाथ ऊपर कर चुकी सरकार और उसकी भ्रष्ट सरकारी व्यवस्था दीवार बनकर रास्ता रोक देती है. यह भी पढ़ें- Bihar Lockdown: बिहार में 'संपूर्ण बंदी' को लेकर राजग में बढ़ा तकरार.
तेजस्वी यादव का ट्वीट-
इतना असहाय, असमर्थ कभी अनुभव नहीं किया। एक इंसान होने के नाते चाहकर भी गुहार लगा रहे, मदद माँग रहे, तड़प रहे सभी ज़रूरतमंदो की मदद नहीं कर पा रहा।
अस्पतालों में फोन लगवाओ तो जवाब आता है- "कुछ नहीं कर सकते सर! बेड नहीं है। इंजेक्शन नहीं है, ऑक्सीजन नहीं है। कैसे मदद करें?”
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 27, 2021
हमने सर्वदलीय बैठक में सरकार को इस महामारी से निपटने के लिए 30 सकारात्मक सुझाव दिए थे पर एक पर भी अहंकारी सरकार ने अमल नहीं किया।
नीतीश सरकार की आम लोगों की तकलीफ दूर करने की कोई मंशा ही नहीं है। सरकार बस विज्ञापन देकर और आँकड़ों को कम कर धूल झोंकने के फ़िराक में है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 27, 2021
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने सर्वदलीय बैठक में सरकार को इस महामारी से निपटने के लिए 30 सकारात्मक सुझाव दिए थे पर एक पर भी अहंकारी सरकार ने अमल नहीं किया. नीतीश सरकार की आम लोगों की तकलीफ दूर करने की कोई मंशा ही नहीं है. सरकार बस विज्ञापन देकर और आंकड़ों को कम कर धूल झोंकने के फिराक में है.
गौरतलब है कि बिहार में कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण की दर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. राज्य में इस महीने की शुरुआत में जहां संक्रमण की दर एक प्रतिशत से भी नीचे थी वहीं अब यह आंकड़ा 14 प्रतिशत से ज्यादा तक पहुंच गया है. बिहार में कोरोना संक्रमण के सोमवार को 11,801 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 90 हजार के करीब पहुंच गई है.