नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में फिर रिकॉर्डस्तर बढ़ोतरी हो रही है. आम जानता को फिलहाल इससे कहीं राहत मिलती नहीं दिखाई दे रही है. शनिवार को पेट्रोल-डीजल के दामों में फिर इजाफा हुआ. तेल कंपनियों ने आज राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल पर 18 पैसे और डीजल पर 29 पैसे की बढ़ोतरी की. इसी के साथ दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 82.66 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 75.19 रुपये प्रति लीटर की दर पर पहुंच गई है.
आर्थिक राजधानी मुंबई की बात करें तो यहां भी पेट्रोल पर 18 पैसे और डीजल पर 29 पैसे की बढ़ोतरी हुई. इसी के साथ शहर में पेट्रोल 88.12 रुपये प्रति लीटरऔर डीजल 78. 82 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कमी देखी गई है, बावजूद इसके देश में पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी जारी है.
Petrol and diesel prices in #Delhi are Rs 82.66 per litre (increase by Rs 0.18) and Rs 75.19 (increase by Rs 0.29) respectively. Petrol and diesel prices in #Mumbai are Rs 88.12 per litre (increase by Rs 0.18) and Rs 78.82 per litre (increase by Rs 0.31) respectively. pic.twitter.com/1rVJK5KTxe
— ANI (@ANI) October 13, 2018
इसके अलावा कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 84.31 रुपये प्रति लीटर हो गई है, चेन्नई में भी पेट्रोल का दाम बढ़कर 85.73 रुपये रुपये प्रति लीटर हो गया है. यह भी पढ़ें- तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर पीएम मोदी के आवास पर नेताओं की बैठक खत्म, किसी भी वक्त आ सकता है बड़ा फैसला
देश के अन्य शहरों की बात करें तो गुरुग्राम में 81.15 रुपये/लीटर, चंडीगढ़ में 77.87 रुपये/लीटर, हैदराबाद में 87.44 रुपये/लीटर, जयपुर में 82.63 रुपये/लीटर, लखनऊ में 79.80 रुपये/लीटर और पटना में 86.26 रुपये/लीटर है.
पीएम आवास पर हुई अहम बैठक
गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा दी गई मामूली राहत के कुछ दिन बाद हालात फिर से पहले जैसे हो गए हैं. तेल के दामों में ये बढ़ोतरी उस समय हुई है जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में पांच डॉलर तक कम हुई है. अब ऐसे में कांग्रेस के केंद्र सरकार पर जुबानी हमले और तेज हो गए हैं. इस बीच पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर केंद्र सरकार बड़ा फैसला ले सकती है.
तेल की लगातार बढती कीमतों को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घर पर बैठक हुई. इस बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली और पेट्रोलियम मत्री धर्मेंद्र प्रधान मौजूद थे. बैठक में कच्चे तेल के आयात पर निर्भरता कम करने पर चर्चा हुई.
मिली जानकारी के मुताबिक, बैठक में घरेलू स्तर पर कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने पर कई सुझाव आए है. इन्हें जल्द लागू किया जा सकता है.