पाकिस्तान की एक और चाल को सेना ने किया फेल, सीमा पर घुसपैठ कर रहे कई Pak कमांडो ढेर; देखें वीडियो
बीएसएफ जवान (Photo Credits: PTI)

श्रीनगर: जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 (Article 370) के खत्म किए जाने से पाकिस्तान की बौखलाहट इस कदर है कि वह सीमा पर अपने कमांडो को घुसपैठ करवा रहा है है. अमूमन पाकिस्तान आतंक फैलाने के लिए सीमा पार से आतंकियों को भारत में दाखिल करवाता रहा है. लेकिन हर बार भारतीय सेना ने अपनी मुस्तैदी के चलते सभी साजिशों को नाकाम बनाया है.

न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने सेना के हवाले से एक वीडियो जारी किया है. जो अगस्त के पहले सप्ताह का बताया जा रहा है. मिली जानकारी के अनुसार  कुपवाड़ा (Kupwara) के केरन सेक्टर (Keran Sector) में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी बैट (बॉर्डर एक्शन टीम) के घुसपैठ के प्रयास को नाकाम करते हुए कई को मार गिराया था. कश्मीर पर तनाव के बीच कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान ने लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पर एक और ब्रिगेड की तैनाती की थी.

बताया जा रहा है कि पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के पुंछ इलाके के पास बाग और कोटली सेक्टर में 2000 से अधिक सैनिक और भेजे गए है. माना जा रहा है कि पाकिस्तान इस ब्रिगेड का इस्तेमाल जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों को भारतीय क्षेत्र में घुसाने के लिए कर सकता है.

यहां देखें पूरा वीडियो-

गौरतलब हो कि इसी महीने मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को खत्म किये जाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद पाकिस्तान बौखला गया है और वह कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण करने की कोशिश कर रहा है. हालांकि पाकिस्तान का चीन के अलावा किसी भी देश ने साथ देने से साफ मना कर दिया. हालांकि चीन भी चाहता है कि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को परस्पर सम्मान तथा समानता के आधार पर बातचीत के जरिए सुलझा ले.

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पाकिस्तान के मित्र देश चीन की मांग पर इस महीने की शुरूआत में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में कश्मीर मुद्दे पर बंद कमरे में एक बैठक हुयी थी. हालांकि, 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद के ज्यादातर सदस्य देशों ने यह विचार प्रकट किया कि भारत और पाक को कश्मीर मुद्दे का हल द्विपक्षीय तरीके से करना चाहिए. लेकिन इसके बावजूद भी खिसियाए पाकिस्तानी शासकों की बयानबाजियों और युद्ध की गीदड़ भभकियों का दौर जारी है.